Mainpuri Lok Sabha Seat: 'ये कैसा यादव प्रेम है', मैनपुरी में अखिलेश पर जमकर बरसे अमित शाह, बोले- यह चुनाव रामभक्तों पर गोली चलवाने वालों और...
UP Lok Sabha Chunav: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को लोकसभा चुनाव में अपने परिवार के सदस्यों को मैदान में उतारने को लेकर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा।
अमित शाह ने सपा के गढ़ मैनपुरी में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी जो यादवों का प्रतिनिधित्व करने का दावा करती है। मैं आपको बताना चाहता हूं कि मुलायम सिंह मुख्यमंत्री बने, फिर उनका बेटा मुख्यमंत्री बना, मुलायम सिंह यादव के निधन बाद उनकी बहू डिंपस यादव मैनपुरी से सांसद बनीं।
भाजपा के दिग्गज नेता ने कहा कि इस बार अखिलेश यादव कन्नौज से, डिंपल यादव मैनपुरी से, अक्षय यादव फिरोजाबाद से, आदित्य यादव बदांयू से और धर्मेंद्र यादव आज़मगढ़ से चुनाव लड़ रहे हैं। मैं अखिलेश यादव से पूछना चाहता हूं कि क्या आपको अपने परिवार के अलावा और कोई 'यादव' नहीं मिलते?।
सपा को आड़े हाथों लिया। अमित शाह ने मैनपुरी की जनता से कहा, सात तारीख को चुनाव है। जयवीर सिंह को आप सांसद बना दो। बड़ा आदमी बनाने का काम मोदी कर लेंगे। दो चरणों में मोदी शतक मार चुके हैं। दो शहजादों का खाता भी नहीं खुला है। यह चुनाव राम भक्तों पर गोली चलवाने वालों और राम मंदिर बनाने वालों के बीच है।
केंद्रीय मंत्री ने परिवारवाद को हराने और मोदीजी को जिताने की अपील की। बोले ये पिछड़ों की बात करते हैं। परंतु कल्याण सिंह के निधन और पड़ोस में नहीं गए और अंसारी के घर खुद गाड़ी चलाकर पहुंच गए। ये क्या पिछड़ों का सम्मान करेंगे।
अमित शाह ने जनता से सवाल पूछा, आप बताओ राम मंदिर बनना चाहिए कि नहीं। जब प्राण प्रतिष्ठा हो रही थी तो अखिलेश और डिंपल को निमंत्रण गया था। वो नहीं गए। क्यों नहीं गए। अब तो आजम खान भी जेल में हैं।
शाह ने जनता से पूछा, बताओ कश्मीर भारत का हिस्सा है कि नहीं। जब हमने धारा 370 हटाई तो राहुल बाबा बोले खून की नदियां बह जाएंगी, परंतु मोदीजी के राज में कंकड़ भी नहीं चला। पहले आतंकी हमले होते थे। मोदीजी ने सर्जिकल और एयर स्ट्राइक करके मुंहतोड़ जवाब दिया।
अमित शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने 25 करोड़ लोगों को गरीबी की रेखा से बाहर निकाला। अमित शाह ने केंद्र की योजनाओं और उपलब्धियों का बखान किया। बोले कोरोना का टीका सबको लगवाया। अखिलेश टीके का विरोध करते थे। एक दिन चुपचाप डिंपल के साथ खुद टीका लगवा आए।