Lok Sabha Election 2024: यूपी की 80 लोकसभा सीटों पर बीजेपी करा रही सर्वे, चुनाव से पहले हर 3 महीने में जानेगी जमीनी हकीकत
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सभी पार्टियों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। पार्टियों का मुख्य फोकस उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर है, क्योंकि सभी जानते हैं कि दिल्ली का रास्ता यूपी से ही तय होकर जाता है। इन्हीं सबके बीच भाजपा ने यूपी में जमीनी स्थिति का आकलन और लोकसभा चुनाव को लेकर खास रणनीति बनाई है। इसके लिए बीजेपी एक प्राइवेट एजेंसी से राज्य की सभी 80 लोकसभा सीटों का सर्वे करवा रही है।
भाजपा के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, सर्वे की यह एक सतत प्रक्रिया होगी। एजेंसी हर तीन महीने के बाद पार्टी के राज्य और केंद्रीय नेतृत्व को अपनी रिपोर्ट देगी।
सर्वे में इन मुख्य तीन सवालों को किया गया शामिल
नाम न छापने की शर्त पर भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, "सर्वे में तीन मुख्य पहलुओं को शामिल किया जाएगा- जमीन पर बीजेपी की स्थिति, लोगों के बीच हावी राजनीतिक और हर लोकसभा सीट पर विपक्षी दलों की स्थिति और अन्य मुद्दे।" भाजपा नेता ने कहा, 'इसमें केंद्र और राज्य में भाजपा सरकारों के प्रदर्शन पर मतदाताओं की राय ली जाएगी। हमारे मौजूदा सांसदों का उनके संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में कैसा कामकाज रहा और हर निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा के अन्य संभावित उम्मीदवारों और विपक्षी दलों की क्या स्थिति है। इन सबको शामिल किया जाएगा।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, इस सर्वे से केंद्र और राज्य सरकारों की नीतियों-कल्याणकारी कार्यक्रमों, स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली, जनता से जुड़ाव और स्थानीय नेताओं को लेकर स्थानीय मतदाताओं की राय ली जाएगी। जिससे किसी भी निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकेगा।
भाजपा नेता के मुताबिक, 'पार्टी स्थानीय सामाजिक और जातीय समीकरणों के अनुसार अन्य संभावित उम्मीदवारों के नाम भी लेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार बड़ी संख्या में कल्याणकारी योजनाएं चला रही है। यूपी में कई करोड़ लोग इन योजनाओं से लाभान्वित हुए हैं। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं पर लोगों की राय के अलावा विपक्षी दलों द्वारा उठाए गए मुद्दों के प्रभाव का भी आकलन किया जाएगा।'
राम मंदिर निर्माण से बीजेपी को खासी उम्मीद
बीजेपी नेता ने उदाहरण के तौर पर बताया कि अयोध्या में राम मंदिर बन रहा है। पार्टी को उम्मीद है कि जब एक भव्य समारोह के दौरान मंदिर भक्तों के लिए खोला जाएगा तो लोगों का मूड भाजपा के पक्ष में होगा। जिससे विरोधी दलों का प्रभाव कम होगा। सर्वे में राम मंदिर के संभावित प्रभाव और राज्य के अन्य मंदिरों के विकास का भी आकलन किया जाएगा। इसी तरह, दुनिया में भारत की बढ़ती प्रतिष्ठा और सुशासन उपायों के प्रभाव का भी आकलन किया जाएगा।
पार्टी में चुनाव प्रबंधन से जुड़े एक और बीजेपी नेता ने कहा, 'इस तरह का सर्वे चुनाव तक चलता रहेगा। सर्वे टीम हर तीन महीने के बाद हर लोकसभा सीट की रिपोर्ट देगी, क्योंकि आने वाले नीतिगत फैसलों से राजनीतिक मुद्दे बदलते रहते हैं। नेता ने कहा, चुनाव से दो महीने पहले, पार्टी हर जिले में पार्टी कार्यकर्ताओं का एक अलग सर्वे करेगी और सभी फैसले रिपोर्ट के आधार पर लिए जाएंगे।
सपा-बसपा का गठबंधन न करना बीजेपी को पहुंचा सकता फायदा
उत्तर प्रदेश भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण राज्य है, क्योंकि राज्य में लोकसभा की 80 सीटें हैं। 2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने 62 सीटें जीतीं और उसकी सहयोगी अपना दल (एस) ने दो। जबकि, बसपा ने समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ गठबंधन में 10 सीटें जीतीं। जबकि कांग्रेस को केवल एक सीट रायबरेली के रूप में मिली।
भाजपा के एक नेता ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी पहले से अधिक सीटें जीतेगी, क्योंकि इस बार सपा और बसपा का गठबंधन नहीं है। मायावती खुद घोषणा कर चुकी हैं कि उनकी पार्टी इस बार अकेले चुनाल लड़ेगी।
पार्टी नेता ने सपा-रालोद गठबंधन से मिलने वाली चुनौती को खारिज करते हुए कहा कि पश्चिम उत्तर प्रदेश में भाजपा का प्रभाव अभी भी मजबूत है। उन्होंने कहा कि हमने उन सीटों पर भी जीत हासिल की है, जो रालोद का राजनीतिक क्षेत्र है। जाट आबादी के कारण जहां रालोद का प्रभाव ज्यादा है। हम ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। यही वजह है कि लोकसभा चुनाव से एक साल पहले सर्वे का काम शुरू कर दिया गया है। इस साल जनवरी में भाजपा की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी नेतृत्व ने कहा था कि वह यूपी की सभी 80 लोकसभा सीटों को जीतने की कोशिश करेगी। पार्टी ने इसे 'मिशन परफेक्ट 80' बताया था।