Parliament Inauguration: 'सिर्फ दक्षिण के कट्टरपंथी ब्राह्मण गुरुओं को बुलाना दुर्भाग्यपूर्ण', स्वामी प्रसाद बोले- यह ब्राह्मणवाद को स्थापित करने का प्रयास
नई संसद के उद्घाटन कार्यक्रम में दक्षिण भारत के पुजारियों द्वारा पूजा-पाठ पर समाजवादी पार्टी के नेता और अखिलेश यादव के करीबी स्वामी प्रसाद मौर्य ने आपत्ति जताई है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि दक्षिण के कट्टरपंथी ब्राह्मण गुरुओं को बुलाया जाना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। यह बीजेपी की दूषित मानसिकता और घृणित सोच को दर्शाता है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर कहा कि सेंगोल राजदंड की स्थापना पूजन में केवल दक्षिण के कट्टरपंथी ब्राह्मण गुरुओं को बुलाया जाना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजपा सरकार का यदि पंथनिरपेक्ष संप्रभु-राष्ट्र भारत में विश्वास होता तो देश के सभी धर्म गुरुओं यथा- बौद्ध धर्माचार्य (भिक्षुगण), जैन आचार्य (ऋषि), गुरु ग्रंथी साहब, मुस्लिम धर्मगुरु (मौलाना), ईसाई धर्मगुरु (पादरी) आदि सभी को आमंत्रित किया जाना चाहिए था।
उन्होंने आगे कहा कि ऐसा न कर भाजपा अपनी दूषित मानसिकता और घृणित सोच को दर्शाया है। यद्यपि कि भाजपा सरकार सेंगोल राजदंड की स्थापना कर राजतंत्र के रास्ते पर जा रही है अपितु दक्षिण के ब्राह्मण धर्मगुरुओं को बुलाकर ब्राह्मणवाद को भी स्थापित करने का कुत्सित प्रयास कर रही है।
RJD ने ताबूत से की नए संसद की तुलना
लालू यादव ने ट्वीट कर नए संसद की तुलना ताबूत से की। राजद के ट्विटर हैंडल से ताबूत और नए संसद की तस्वीर ट्वीट की गई। इसके बाद बीजेपी की तरफ से राजद पर हमला बोला गया। बिहार बीजेपी के नेता सुशील मोदी ने कहा कि आज भले ही सभी दलों के लोगों ने भवन बहिष्कार किया हो लेकिन कल सदन की कार्यवाही तो वहीं चलने वाली है।
उन्होंने आगे कहा कि क्या राष्ट्रीय जनता दल ने यह तय कर लिया है कि वे नए संसद भवन का स्थायी रूप से बहिष्कार करेंगे? क्या वे लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देंगे? ताबूत का चित्र दिखाना इससे ज़्यादा अपमानजनक कुछ नहीं है। RJD द्वारा किए गए ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए बिहार में बीजेपी के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि जनता 2024 (लोकसभा चुनाव) और 2025 (बिहार विधानसभा चुनाव) में उसी ताबूत में बंद करके राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को समाप्त कर देगी।
ओवैसी बोले- राजद का कोई स्टैंड नहीं
AIMIM के मुखिया और सांसद असदुद्दीन ओवैसी को भी राजद की टिप्पणी पसंद नहीं आई। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि RJD का कोई स्टैंड ही नहीं है। ताबूत क्यों कह रहे हैं वे, कोई और मिसाल भी दे सकते थे। इसमें भी कोई एंगल लाते हैं। कभी सेक्युलर बोलते हैं कभी बीजेपी से निकले हुए नीतीश कुमार को अपना मुख्यमंत्री बना लेते हैं।