Phone Number free: 100 करोड़ से ज्यादा टेलिफोन यूजर्स ध्यान दें! मोबाइल नंबर रखने के लिए देने होंगे अलग से पैसे? जानें TRAI ने क्या कहा
हाल ही में मोबाइल नंबर इस्तेमाल करने के लिए चार्ज लगने से जुड़ी एक खबर आई। इस खबर के आने के बाद देशभर के मोबाइल यूजर्स को तगड़ा झटका लग गया। इस रिपोर्ट में कहा गया था कि TRAI ने एक नया प्रस्ताव रखा है जिसके चलते टेलिकॉम यूजर्स को अतिरिक्त पैसे देने पड़ सकते हैं। इसमें कहा गया था कि ट्राई फोन या लैंडलाइन नंबर इस्तेमाल करने के लिए अलग से चार्ज चाहती है जिसे पहले टेलिकॉम ऑपरेटर्स और उसके बाद यूजर्स से वसूला जा सकता है। लेकिन अब टेलिकॉम रेगुलरिटी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इस तरह की सभी खबरों का खंडन कर दिया है।
TRAI ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा है कि ऐसी कोई भी योजना नहीं है। फोन नंबर रखने के लिए अलग से पैसे देने वाली रिपोर्ट गलत है और ट्राई की तरफ से ऐसा कोई कंसल्टेशन पेपर जारी नहीं किया गया है। इसके साथ ही ट्वीट भी किया गया है। X पर पोस्ट के मुताबिक, इस तरह की खबरें कि ट्राई मल्टीपल सिम/नंबर रखने पर ग्राहकों से चार्ज वसूलेगी, पूरी तरह से झूठी हैं। इस तरह के दावों का कोई आधार नहीं है और इन्हें सिर्फ आम लोगों को भ्रमित करने के लिए फैलाया गया है।
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मोबाइल नंबर है सरकारी संपत्ति: TRAI
ट्राई का कहना है कि टेलिकॉम सेक्टर में जो बदलाव हो रहे हैं, उन्हें ध्यान में रखते हुए नंबरिंग सिस्टम का रिव्यू किया जाना जरूरी है। ट्राई के मुताबिक, मोबाइल नंबर एक सीमित सरकारी संपत्ति है।
गौर करने वाली बात है कि भारत में बहुत तेजी से टेलिकॉम यूजर्स की संख्या तेजी से बढ़ी है और इस सेक्टर में काफी बदलाव हुए हैं। ट्राई की रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2024 में भारत में 1.19 अरब से ज्यादा टेलिफोन कनेक्शन थे। अब देश में हर 100 में से 85 लोगों के पास टेलिफोन कनेक्शन हैं।
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किन देशो में लगता है फोन नंबर चार्ज
बता दें कि दुनिया में कई ऐसे देश हैं जहां फोन नंबर के लिए अलग से चार्ज देना होता है। कुछ देशों में ये चार्ज टेलिकॉम कंपनियां जबकि कई देशों में ग्राहकों को देना पड़ता है। सिम कार्ड का इस्तेमाल का अधिकार टेलिकॉम कंपनियों को लाइसेंस वैलिडिटी तक ही होता है।
डेनमार्क, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, बेल्जियम, ग्रीस, फिनलैंड, कुवैत, लिथुआनिया, हॉन्ग कॉन्ग, पोलैंड, नाइजीरिया, स्विट्ज़रलैंड, आदि देशों में फोन नंबर पर चार्ज लगता है।