रिश्तेदारों से पैसा लेकर उसे कर्ज से निकाला, कनाडा जाकर इतना बदला बेटा कि हाल तक नहीं पूछा, मां-बाप ने दी जान
मां-बाप अपने बच्चे को निस्वार्थ पालते हैं, बड़ा करते हैं उसके जिंदगी की कामयाबी के सपने देखते हैं। क्या सिर्फ इसलिए कि वही बच्चा बड़ा होकर, चलना और दौड़ना सीखकर उनसे इतना दूर चला जाएगा कि उनकी खैर-खबर तक नहीं लेगा?
सूरत में एक दिल दहला देने वाली घटना में एक बुजुर्ग दंपत्ति ने अपनी जान दे दी है, वजह कुछ ऐसी है कि किसी का भी दिल पसीज जाए।
जानकारी यह आई है कि कनाडा में बसने के बाद उनके बेटे ने उनसे मुंह मोड़ लिया, दूसरे देश में सेटल होने के बाद चार साल तक उनसे संपर्क नहीं किया। 66 वर्षीय चुन्नीभाई गेडिया और उनकी 64 वर्षीय पत्नी मुक्ता ने एक भावनात्मक सुसाइड नोट लिखा और इस दुनिया को अलविदा कह दिया।
सुसाइड नोट में और क्या लिखा है?
चुन्नीभाई ने कनाडा में अपने बेटे के बेहतर भविष्य की उम्मीद में उसका कर्ज चुकाने के लिए रिश्तेदारों से भारी उधार लिया था। लेकिन जबसे बेटा पीयूष विदेश गया उसने अपने मां-बाप से नाता तोड़ लिया। दोनों ने कई बार अपने बेटे से बात करने के प्रयास किए लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिल सकी। वह इस उम्मीद में ज़िंदा रहे कि उनका बेटा कभी तो उनसे संपर्क करेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
हालात तब ज़्यादा खराब हो गए जब बेटा पीयूष कनाडा से सूरत आया और बिना अपने बीमार मां बाप से मिले चला गया। वह उस दौरान स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे। उसकी पत्नी ने उन दोनों का बुरी तरह अपमान किया।
वह दोनों पूरी तरह से अकेला महसूस करते हुए अपनी जिंदगी गुज़ार रहे थे। दोनों ने आत्महत्या करने का फैसला लिया और सुसाइड नोट में लिखा कि उनका बेटा अंतिम संस्कार में शामिल ना हो।