ईडी ने खनन माफिया हाजी इकबाल पर कसा शिकंजा, 4 हजार करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जब्त
उत्तर प्रदेश के खनन माफिया और पूर्व विधायक हाजी इकबाल पर (प्रवर्तन निदेशालय) ईडी ने शिकंजा कस दिया है। लंबे समय से फरार चल रहे हाजी इकबाल पर अवैध खनन से लेकर कई मामले दर्ज हैं। जानकारी के अनुसार हाजी दुबई में है। जिसपर कार्रवाई करते हुए ईडी ने 4 हजार करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जब्त की है।
बीते कुछ सालों से यूपी की योगी सरकार माफियाओं को मिट्टी में मिलाने का काम कर रही है। इस कड़ी में सरकार ने कई माफियाओं को मिट्टी में भी मिलाया है। लेकिन इस बार कार्रवाई यूपी सरकार ने नहीं बल्कि ईडी की तरफ से की गई है। इस कार्रवाई में बसपा के पूर्व विधायक हाजी इकबाल की 4440 करोड़ की संपत्ति ईडी ने जब्त की है। ईडी ने इस कार्रवाई हाजी इकबाल की यूनिवर्सिटी की इमारत को भी जब्त किया है।
हाजी इकबाल पर मनी लॉन्ड्रिंग से लेकर अवैध खनन और जमीन के पट्टों को लेकर अपराध के कई आरोप लगे हैं। ईडी ने बीते दिनों हाजी इकबाल की ग्लोबल यूनिवर्सिटी के भवन को भी कुर्क कर लिया है। बताया जा रहा है यूनिवर्सिटी के बिल्डिंग और उससे जुड़े जमीन की कीमत 4440 करोड़ रुपये है। वहीं ईडी के एक अधिकारी ने कहा कि ये संपत्तियां अब्दुल वहीद एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के नाम से दर्ज हैं लेकिन इस पर हाजी इकबाल और उसके परिवार के लोगों को कब्जा था।
वहीं खनन माफिया हाजी इकबाल की बात करें तो ये बहुजन समाज पार्टी से विधानसभा तक हाथी की सवारी कर चुका है। हाजी ने खनन और अपराध के सहारे इतनी संपत्ति बनाई है। हाजी के इकबाल के बारे में लोग बताते हैं कि कभी हाजी इकबाज परचून की दुकान चलाता था। इसके बाद उसने व्यापार के रास्ते करोड़ों-अरबों का साम्राज्य स्थापित किया। एक जमाना था जब हाजी बसपा सुप्रीमों मायावती का करीबी हुआ करता है। उस दौरान मायावती यूपी की मुख्यमंत्री थी तब हाजी ने सहारनपुर में चीनी भी तैयार कराई थी।