हेमंत सोरेन के खिलाफ BJP का सबसे बड़ा हथियार क्या? चंपाई से भी नुकसान होने की संभावना
Jharkhand Politics: झारखंड की पॉलिटिक्स बुधवार को कांके रोड स्थित सीएम आवास, झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन के निजी आवास और राजभवन पर केद्रिंत रही। हेमंत के आवास पर सत्ता पक्ष के विधायकों की हुई बैठक में हेमंत सरकार 3.0 का पूरा खाका तैयार किया गया।
देर शाम तक रही भ्रम की स्थिति
एक तरफ सुबह से देर शाम तक मुख्यमंत्री आवास के बाहर नेता, कार्यकर्ता, मीडिया और आम लोगों की भीड़ डटी रही। वहीं दूसरी तरफ लोगों में भ्रम की स्थिति बनी हुई थी कि चंपा सोरेन क्या सीएम बने रहेंगे या नेतृत्व परिवर्तन होगा। सत्ता की कमान क्या हेमंत सोरेन तीसरी बार संभालेंगे। सत्तारुढ़ दल के विधायक सुबह 10 बजे से एक-एक कर हेमंत सोरेन के आवास पर पहुंचने लगे थे। हेमंत आवास के अंदर विधायक दल की बैठक करीब 12:30 बजे शुरू हुई।
बीजेपी का सबसे बड़ा हथियार क्या?
बताया जा रहा है कि 7 जुलाई को हेमंत सोरेन तीसरी बार सीएम पद की शपथ ले सकते हैं। दरअसल, हेमंत सोरेन के जेल में बंद रहने के दौरान झारखंड में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी को पिछली बार के मुकाबले तीन सीटों पर नुकसान हुआ। राज्य में कुछ महीनों बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में हेमंत सरकार 3.0 के खिलाफ बीजेपी परिवारवाद के मुद्दे को भुनाएगी। हेमंत सोरेन पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए बीजेपी लगातार घेरने में लगी है। बीजेपी यह नैरेटिल सेट करने में लगी है कि सोरेन परिवार सत्ता से दूर नहीं रह सकता।
चंपाई से भी नुकसान की अटकलें
हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद ऐसी अटकलें थीं कि उनकी पत्नी कल्पना सोरेन को नया सीएम बनाया जाएगा। लेकिन मुख्यमंत्री की कुर्सी चंपाई सोरेन को सौंपी गई। चंपाई झाममो के सीनियर नेता हैं, लेकिन अब उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है। चंपाई का कोल्हान में मजबूत जनाधार है। इस क्षेत्र में नुकसान की आशंका को खारिज नहीं किया जा सकता है। बीजेपी इसे इसी तरह प्रचारित भी कर रही है। अगर बीजेपी यह नैरेटिव सेट करने में कामयाब हो जाती है, तो इससे इंडिया गठबंधन को आगामी चुनाव में नुकसान पहुंच सकता है।
विधायकों ने दिखाई एकता
सूत्रों के मुताबिक, करीब 2:30 बजे तक यह मीटिंग चली। मीटिंग के बाद सभी विधायकों ने एक साथ लंच किया। इसी बीच यह खबर आई कि चंपाई सोरेन देर शाम राजभवन जाकर अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप सकते हैं। वहीं, हेमंत सोरेन राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के समक्ष नई सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। और ठीक ऐसा ही हुआ। हालांकि, इससे पहले एक विधायक ने इसकी पुष्टि कर दी थी कि सभी को मुख्यमंत्री आवास पर रहने का निर्देश दिया गया है। इस बीच कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी और प्रदीप यादव मुख्यमंत्री आवास से बाहर आए और आधिकारिक बयान भी दे दिया कि हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बनेंगे।