Hathras Case: मृत लड़की को किया था जिंदा करने का दावा, नहीं दी थी बॉडी… जानें क्या था बाबा पर 2000 में दर्ज हुआ मामला
हाथरस में हुए विभत्स हादसे के बाद सत्संग कर्ता नारायण साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा की पुरानी कारनामें भी खुलने लगे हैं। साल 2000 में आगरा में एक मरी हुई लड़की को जिंदा करने के दावों को लेकर पुलिस ने उनपर मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले को लेकर यूपी पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि पूर्व में कांस्टेबल सूरज पाल सिंह जाटव और उसकी पत्नी प्रेमवती और अपने चार अन्य साथियों के साथ आगरा के शाहगंज इलाके के केदारनगर में रहा करता था।
सूरज पाल, उसकी पत्नी प्रेमवती और उसके चार अन्य साथियों (जिसमें दो महिलाएं थीं) के ऊपर उस समय की शाहगंज थाने की पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 109 और जादुई इलाज और दवाई के लिए विवादास्पद विज्ञापन को लेकर मामला दर्ज किया गया था।
आगरा के शाहगंज थाने के अधिकारी तेजवीर सिंह ने बीते बुधवार को इंडियन एक्सप्रेस से बताया कि साल 2000 में यहां की एक लड़की की मौत हो गई थी। जिसके बाद उस समय सूरज पाल करीब 200 लोगों के साथ श्मशान घाट पर पहुंचा। श्मशान घाट पर लड़की के घर वाले उसके अंतिम संस्कार के लिए ले आए थे। सूरज पाल ने परिवार वालों को अंतिम संस्कार करने से रोक दिया। सूरज पाल ने परिवार वालों को समझाया कि वो लड़की को फिर से जिंदा कर सकता है।
पुलिस अधिकारी तेजवीर सिंह ने बताया कि पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक 18 मार्च 2000 को सूरज पाल पर मुकदमा दर्ज किया गया था। सिंह के अनुसार सूरज पाल और उसके साथ आए लोगों ने लड़की के शव को जबरन श्मशान घाट पर ही एक दूसरे जगह रख दिया। जिसके बाद मृतक लड़की के परिवार वालों ने आपत्ति जताते हुए पुलिस को सूचना दी थी। इस मामले में सिंह ने बताया कि उस समय जब वो मौके पर पहुंचे तो पुलिस और सूरज पाल के समर्थकों की बीच बहस हुई। सूरज पाल ने उस समय दावा किया था कि वो मृत लड़की को फिर से जिंदा कर सकता है। इतना ही नहीं सूरज पाल के समर्थकों ने पुलिस टीम के ऊपर हमला भी कर दिया। जिसके बाद पुलिस की अन्य टीमों के साथ सूरज पाल और उसके साथियों को गिरफ्तार किया गया।
हाथरस हादसे की बात करें तो बीते मंगलवार को भोले बाबा के सत्संग के बाद उनके भक्तों के बीच भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई। वहां मौजूद लोगों ने बताया कि बाबा ने अपने चरण धूल लोगों को लेने के लिए अपने भक्तों से आह्ववान किया था। जिसके बाद मिट्टी लेने को लेकर भक्तों के बीच होड़ मच गई और फिर भगदड़ मच गई।