हरियाणा में BJP को लगा एक और बड़ा झटका, कुरुक्षेत्र के पूर्व सांसद ने छोड़ी पार्टी, हुड्डा बोले- अल्पमत में सैनी सरकार
हरियाणा में तीन निर्दलीय विधायकों ने पहले बीजेपी सरकार से समर्थन वापस लिया। वहीं अब बीजेपी को एक और बड़ा झटका लगा है। कुरुक्षेत्र से दो बार के पूर्व सांसद कैलाशो सैनी ने बीजेपी छोड़ दी। पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा की उपस्थिति में कैलाशो सैनी ने बीजेपी ज्वाइन की। कैलाशो को कुरूक्षेत्र जिले में प्रमुख ओबीसी नेता माना जाता है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि वह लोकसभा चुनाव में कुरुक्षेत्र में इंडिया ब्लॉक समर्थित आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार सुशील गुप्ता के लिए प्रचार करेंगी।
2 बार सांसद रही चुकी हैं कैलाशो सैनी
कैलाशो सैनी 1998 और 1999 में हरियाणा लोक दल (राष्ट्रीय) और इंडियन नेशनल लोक दल के टिकट पर कुरूक्षेत्र लोकसभा सीट से चुनी गईं। INLD को पहले हरियाणा लोक दल (राष्ट्रीय) के नाम से जाना जाता था। कैलाशो सैनी कुरूक्षेत्र में जिला परिषद की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं।
कांग्रेस में शामिल होने के बाद कैलाशो ने कहा, ''मैं भूपिंदर सिंह हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस में शामिल हुई। राज्य में हुड्डा ने 10 साल के शासन के दौरान समाज के हर वर्ग का सम्मान किया। मैं लंबे समय से (पाला बदलने के बारे में) सोच रही थी। कांग्रेस जैसी लोकतांत्रिक पार्टी दुनिया में कहीं नहीं है।"
भाजपा छोड़ने का कारण पूछने पर पूर्व सांसद कैलाशो सैनी ने कहा, "भाजपा में जनता के लिए कोई चिंता नहीं है। संविधान को बदलने की साजिश हो रही है। किसान आंदोलन के दौरान किसानों को लाठियों से पीटा गया।"
भाजपा सरकार अल्पमत में- भूपिंदर सिंह हुड्डा
कैलाशो सैनी का स्वागत करते हुए भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कहा, "लगभग 40 पूर्व विधायक और सांसद पहले ही हरियाणा में कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। इसके अलावा हाल ही में तीन निर्दलीय विधायकों ने पार्टी को समर्थन दिया था। हरियाणा में भाजपा सरकार अल्पमत में है और उसे नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। हमने राज्यपाल को एक ज्ञापन दिया है जिसमें उनसे विधानसभा भंग करने और विधानसभा चुनाव कराने का आग्रह किया गया है।''
कैलाशो सैनी करीब तीन दशक से कुरूक्षेत्र की राजनीति में सक्रिय हैं। उन्होंने सोशल एक्शन पार्टी के टिकट पर कुरूक्षेत्र में 1996 का लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन हरियाणा विकास पार्टी के उम्मीदवार ओ पी जिंदल ने उन्हें हरा दिया। 1998 में उन्होंने हरियाणा लोक दल (राष्ट्रीय) के टिकट पर चुनाव लड़ा और कांग्रेस के कुलदीप शर्मा को हराया। इनेलो उम्मीदवार के रूप में कैलाशो ने 1999 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के ओपी जिंदल को हराया। जिंदल के बेटे नवीन जिंदल आगामी लोकसभा चुनाव के लिए कुरूक्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार हैं।
कैलाशो सैनी 2009 में कांग्रेस में शामिल हुईं, जब हुड्डा मुख्यमंत्री थे। हालांकि वह लाडवा विधानसभा क्षेत्र से दो विधानसभा चुनाव (2009 और 2014) हार गईं। 2019 के विधानसभा चुनावों से पहले उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी और भाजपा में शामिल हो गईं।