Gujarat: पढ़ने के लिए ऑस्ट्रेलिया गई थीं BJP पार्षद, बैठकों में नहीं लिया हिस्सा तो छिनी नगर निकाय की सदस्यता
Gujarat News: गुजरात के अमरेली नगर निकाय की पार्षद आस्था जलावडिया की सदस्यता रद्द हो गई है। उनके पति ने बताया है कि वह उच्च शिक्षा के लिए ऑस्ट्रेलिया गई थीं, जिसके चलते वह कई मीटिंग्स में शामिल नहीं हो पाई थीं, जिसके चलते अब कलेक्टर ने अब उनकी सदस्यता रद्द कर दी है।
जानकारी के मुताबिक अमरेली नगर पालिका के वार्ड नंबर 5 की पार्षद जलावडिया को इस सप्ताह के शुरू में अमरेली जिला कलेक्टर अजय दहिया ने अयोग्य घोषित कर दिया था। आस्था की अनुपस्थिति को लेकर मुख्य अधिकारी हितेश पटेल ने रिपोर्ट भेजी थी।
लगातार तीन बैठकों से नदारद रहीं बीजेपी पार्षद
अमरेली नगर पालिका के अध्यक्ष बिपिन लिंबानी ने शनिवार को इंडियन एक्सप्रेस से बातचीच में जानकारी दी कि आस्था लगातार तीन बार सामान्य बोर्ड की बैठकों से अनुपस्थित रही थीं। नियम के अनुसार मुख्य अधिकारी ने जिला कलेक्टर को आस्था जलावडिया के बैठकों में अनुपस्थित रहने के बारे में रिपोर्ट भेजी थी।
आस्था की सदस्यता जाने को लेकर बिपिन लिंबानी ने कहा कि कलेक्टर ने एक आदेश जारी कर आस्था जलावडिया को नगर पालिका के पार्षद के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया। उन्होंने आगे कहा, "हमें कलेक्टर का आदेश करीब तीन दिन पहले मिला।
पहले भी गई है दो पार्षदों की सदस्यता
आस्था जलावडिया की अयोग्यता की खबर ऐसे वक्त में आई है, जब जब कुछ दिन पहले ही अमरेली जिले के लाठी तालुका में दमनगर नगर पालिका के दो भाजपा पार्षदों को जिला कलेक्टर ने अयोग्य घोषित किया था। यह फैसल पिछले हफ्ते 20 मई को लिया गया था और अब आस्था को लेकर आए फैसले ने सभी को चौंका दिया है।
जानकारी के मुताबिक बीजेपी शासित दमनगर नगर पालिका के वार्ड क्रमांक 2 और क्रमांक 3 से भाजपा पार्षदों खीमा कसोटिया और मेघना बोखा को इसलिए अयोग्य घोषित किया गया क्योंकि वे तीसरी बार माता-पिता बन गए। बता दें कि गुजरात में स्थानीय निकायों के लिए दो बच्चे रखने का ही नियम है।
विदेश चली गई थीं पार्षद
इस मामले में बिपिन लिम्बानी ने यह भी दावा किया कि आस्था जलावदिया विदेश चली गई हैं। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि पिछले कुछ महीनों से वह सामान्य बोर्ड की बैठकों में शामिल नहीं हो पाई हैं। आस्था जलावडिया के पति गोपाल जलावडिया एक मैकेनिकल इंजीनियर हैं, और वे ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में रहते हैं। उन्होंने वहां से बातचीत में बताया कि आस्था पिछले साल जुलाई में ऑस्ट्रेलिया चली गई थीं।
गोपाल जलावाडिया ने बताया कि आस्था महज 23 साल की उम्र में अमरेली नगर पार्षद बनी थीं, और वह भी एक बीजेपी कार्यकर्ता ही थे। हालांकि उस चुनाव के बाद गोपाल ऑस्ट्रेलिया चले गए थे और उनकी पत्नी पढ़ाई जारी रखना चाहती थी इसके चलते उन्होंने एमबीए की डिग्री के लिए नामांकन कराया था और वीजा मिलने पर वह भी ऑस्ट्रेलिया चली गई थीं।