गुजरात: AAP ने BJP को दिया झटका, बगसरा APMC पर किया कब्जा; कांति सतासिया ने दर्ज की जीत
आम आदमी पार्टी (AAP) ने अमरेली जिले के बगसरा शहर में कृषि उपज बाजार समिति (APMC) पर कब्जा करके गुजरात के सहकारी क्षेत्र में प्रवेश कर लिया है। गुजरात की राजनीति में सहकारी क्षेत्र एंट्री पॉइंट माना जाता है। आप नेता कांति सतासिया को बगसरा एपीएमसी का अध्यक्ष चुना गया है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खिलाफ जीत हासिल की है।
एक महिला को कथित तौर पर धमकी देने और आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में हाल ही में कांति सतासिया गिरफ्तार किए गए थे। 55 वर्षीय सहकारी नेता कांति सतासिया 2022 में AAP में शामिल हुए थे। इससे पहले वह बीजेपी और कांग्रेस में भी थे। दिसंबर 2022 में अमरेली की धारी सीट से भाजपा के जे वी काकड़िया से वह 8,717 वोट से विधानसभा चुनाव हार गए थे। हालांकि एक साल बाद कांति सतासिया को किसानों के निर्वाचन क्षेत्र की 10 सीटों में से एक से दिसंबर 2023 में बगसरा एपीएमसी के निदेशक मंडल के लिए निर्विरोध चुना गया।
अमरेली के सहकारी समितियों के जिला रजिस्ट्रार बिमल पटेल ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, "बगसरा एपीएमसी के नए निदेशक मंडल की पहली बैठक 28 जून, 2024 को बुलाई गई थी और बैठक का एजेंडा बोर्ड के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव करना था। चुनाव में अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पद के लिए क्रमश: कांति सतासिया और संजय रफालिया ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। कोई अन्य नामांकन प्राप्त नहीं हुआ, इसलिए उन्हें निर्विरोध विजेता घोषित कर दिया गया।"
गुजरात में सहकारी निकायों के चुनाव राजनीतिक दलों के प्रतीकों पर नहीं लड़े जाते हैं और कांति सतासिया के साथ-साथ 14 अन्य निदेशकों को निर्विरोध विजेता घोषित किया गया क्योंकि वे नामांकन पत्र दाखिल करने वाले एकमात्र व्यक्ति थे। जीतने के बाद कांति सतासिया ने कहा, "किसानों के निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए 10 निदेशकों में से छह ने भाजपा के प्रति, तीन ने आप के प्रति और एक ने कांग्रेस के प्रति राजनीतिक निष्ठा की प्रतिज्ञा की है।"
बगसरा एपीएमसी के निवर्तमान निदेशक मंडल में भाजपा के प्रति निष्ठा रखने वाले सहकारी नेताओं को बहुमत प्राप्त था। कांति सतासिया ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, "मुझे सभी का समर्थन मिला, जिसमें व्यापारियों के निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए लोग भी शामिल हैं। राफालिया, जो व्यापारियों के निर्वाचन क्षेत्र से निर्विरोध चुने गए थे, वह भी मेरे समर्थक हैं।"
रजिस्ट्रार बिमल पटेल ने कहा कि दो सरकारी सहित सभी निदेशकों ने गुरुवार को बैठक में भाग लिया और चुनाव प्रक्रिया में भाग लिया। बगसरा एपीएमसी बोर्ड में बगसरा नगर पालिका के एक प्रतिनिधि की सीट खाली है क्योंकि भाजपा शासित नगर पालिका अब तक अपने प्रतिनिधि को नामिनेट नहीं कर पाई है।
यह छठी बार है जब कांति सतासिया को बगसरा एपीएमसी का अध्यक्ष चुना गया है। उन्होंने कहा, "मैंने बगसरा एपीएमसी को सही अर्थों में एक कार्यात्मक किसान संगठन बनाने के लिए अपना खून और पसीना बहाया है। जब मैंने 2009 में कार्यभार संभाला था, तब बगसरा एपीएमसी का वार्षिक राजस्व 32 लाख रुपये था। मैंने एक आधुनिक एपीएमसी मंडी बनाकर, किसानों का विश्वास जीतकर और उन्हें अमरेली एपीएमसी या गोंडल एपीएमसी (क्रमशः 35 किमी और 65 किमी दूर हैं ), वहां जाने के बजाय स्थानीय स्तर पर अपनी उपज बेचने का विकल्प प्रदान करके इसे 1.35 करोड़ रुपये तक बढ़ते हुए देखा।"
सतासिया को पुलिस ने हाल ही में गिरफ्तार किया था जब अमरेली के बगसरा तालुका के एक गांव की 35 वर्षीय महिला ने इस साल 11 मई को मामला दर्ज कराया था, जिसमें सतासिया के बड़े बेटे हरेश पर उसके साथ बलात्कार करने का आरोप लगाया गया था। गुजरात में आप के संगठनात्मक सचिव अजीत लोकहिल ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, "गुजरात में यह पहली संस्था है जिस पर आप को नियंत्रण मिला है। आप ने अब खुद को गुजरात में स्थापित कर लिया है और 10 साल के लंबे प्रयासों के बाद हमने सहकारी क्षेत्र में सफलता का स्वाद चखा है।"