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गाजियाबाद में इन 4 महिला अफसरों की क्यों हो रही चर्चा? मिली है बड़ी जिम्मेदारी

Ghaziabad Women SHO: गाजियाबाद में 25 पुलिस स्टेशन हैं लेकिन अभी महिला पुलिस अधिकारी केवल महिला थाने का नेतृत्व कर रही है लेकिन अब महिलाओं की संख्या में इजाफे के संकेत मिल रहे हैं। पढ़ें नीतिका झा की रिपोर्ट...
Written by: ईएनएस
नई दिल्ली | Updated: June 26, 2024 09:39 IST
गाजियाबाद में इन 4 महिला अफसरों की क्यों हो रही चर्चा  मिली है बड़ी जिम्मेदारी
Ghaziabad Police में बढ़ी महिलाओं की भागीदारी (सोर्स - एक्सप्रेस फोटो)
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UP Police Women Representation: उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक बड़ा कदम उठाते हुए गाजियाबाद के अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में चार महिला सब इंस्पेक्टरों की नियुक्ति की है, जो कि पुरुष प्रधान पुलिस की छवि को बदलने वाले कदम के तौर पर देखा जा रहा है। गाजियाबाद के पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा ने बताया है कि पुलिस स्टेशन बैंक जैसा नहीं है। यहां कोई निर्धारित जगह नहीं है और काम करने का कोई निर्धारित समय भी नहीं है। यह (पुलिस स्टेशन) पुरुष-प्रधान है और इसमें कुछ संस्थागत पूर्वाग्रह भी होते हैं, जिन्हें खत्म किया जाना चाहिए।

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शहर के पुलिस कमिश्नर अजय मिश्रा ने बताया कि गाजियाबाद में 4,200 पुलिसकर्मी हैं। इसमें से 58 महिला सब-इंस्पेक्टर और 600 महिला कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल हैं। महिलाओं को हमेशा हर भूमिका में खुद को साबित करना पड़ता है, लेकिन पुरुष अपने अहंकार में सीमित रहते हैं। उन्हें लगता है कि वह पुरुष हैं, इसलिए उन्हें साबित करने के लिए ज्यादा कुछ साबित करने की आवश्यकता नहीं है।

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महिलाओं को दिया जाए ज्यादा मौका

पुलिस कमिश्नर ने कहा कि महिला पुलिसकर्मियों को लीडरशिप में ज्यादा मौके नहीं मिलते हैं, इसलिए वे इससे बचना शुरू कर देती हैं। उनमें से अधिकांश पुलिस कार्यालयों और मुख्यालयों में प्रशासनिक कार्यों तक ही सीमित रहती हैं।

अजय मिश्रा ने कहा कि अगर उन्हें मौका दिया जाए तो महिलाएं कभी असफल नहीं होंगी। यह मेरा अपना अनुभव है। हर बार उन्होंने मेरी उम्मीद से भी बेहतर प्रदर्शन किया है। गाजियाबाद में 25 पुलिस स्टेशन हैं और अभी तक केवल महिला थाने की प्रमुख ही महिला अधिकारी हैं, लेकिन सामान्य पुलिस स्टेशनों में एसएचओ के रूप में महिलाओं की तैनाती नई बात है।

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कौन कहां बना SHO

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ऋतु त्यागी: इन एसएचओ में महिला थाने की ऋतु त्यागी है। वह इससे पहले त्यागी इससे पहले विजयनगर पुलिस स्टेशन के पिंक बूथ की प्रमुख थीं, जो कि एक पुलिस स्टेशन में महिलाओं से संबंधित मामलों से निपटने वाला एक विशेष सेल है। उन्होंने कहा कि उन्होंने पिंक बूथ पर महिलाओं से संबंधित लगभग 400 मामलों को सुलझाया है और अब इस बड़ी जिम्मेदारी को निभाने के लिए तत्पर हैं।

प्रीति गर्ग: क्रॉसिंग रिपब्लिक सोसायटी पुलिस स्टेशन की नई एसएचओ प्रीति गर्ग ने कहा कि यह एक नई जिम्मेदारी है और मैं रोमांचित हूं। यह मेरे करियर का एक नया अध्याय है। महिलाओं को जिम्मेदारी वाली भूमिकाएं मिल रही हैं।

रविता चौधरी: महिला पुलिस अधिकारी रविता चौधरी को निवाड़ी थाना क्षेत्र की एसएचओ बनाया गया है। इससे पहले वह मुरादनगर में पिंक बूथ की प्रभारी थीं। उन्होंने कहा कि वह निवाड़ी में अपराध दर, खासकर महिलाओं के खिलाफ अपराध को कम करने के लिए काम करेंगी।

प्रीति सिंह: इन्हें लिंक रोड थाने का प्रभार दिया गया है। प्रीति सिंह ने कहा कि बच्चों के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामले मेरी पहली प्राथमिकता हैं और मैं यह सुनिश्चित करूंगी कि सात दिनों के भीतर आरोप पत्र दाखिल कर दिया जाएं और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।

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