होमताजा खबरराष्ट्रीयमनोरंजन
राज्य | उत्तर प्रदेशउत्तराखंडझारखंडछत्तीसगढ़मध्य प्रदेशमहाराष्ट्रपंजाबनई दिल्लीराजस्थानबिहारहिमाचल प्रदेशहरियाणामणिपुरपश्चिम बंगालत्रिपुरातेलंगानाजम्मू-कश्मीरगुजरातकर्नाटकओडिशाआंध्र प्रदेशतमिलनाडु
वेब स्टोरीवीडियोआस्थालाइफस्टाइलहेल्थटेक्नोलॉजीएजुकेशनपॉडकास्टई-पेपर

Bihar Bridge Collapsed: 10 पुल गिरने के बाद खुली बिहार सरकार की आंखें, 15 इंजीनियर सस्पेंड

बिहार के अलग-अलग इलाकों में 17 दिनों के अंदर 10 पुल ढहने से बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। बिहार सरकार ने इस मामले में कार्रवाई की है।
Written by: न्यूज डेस्क
नई दिल्ली | Updated: July 05, 2024 18:58 IST
बिहार में पुल गिरने के मामले में सरकार का एक्शन। (इमेज-पीटीआई)
Advertisement

Bihar Bridge Collapsed: बिहार में बारिश के बीच लगातार पुल ढह रहे हैं। इस मामले में अब बिहार सरकार ने एक्शन लिया है। लापरवाही के चलते 15 इंजीनियर्स को सस्पेंड कर दिया गया है। जिसमें जल संसाधन विभाग के 11 और ग्रामीण कार्य विभाग के 4 इंजीनियर शामिल हैं। साथ ही सरकार ने दो पुल बनाने वाली कंपनियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसमें पूछा गया है कि उन्हें ब्लैक लिस्ट क्यों ना किया जाए।

18 जून से अब तक राज्य भर में किशनगंज , अररिया , मधुबनी , पूर्वी चंपारण, सीवान और सारण में 10 पुल ढह गए हैं या धंस गए हैं। 9 पुलों-पुलियों में से चार अकेले सीवान में गिरे थे। कारण बताओ नोटिस जारी करने तथा दोषी ठेकेदारों और बनाने वाली कंपनियों को ब्लैक लिस्ट में डालने की प्रक्रिया शुरू करने के अलावा सरकार उनमें से कुछ का पेमेंट भी रोक रही है।

Advertisement

इंजीनियरों पर गिरी गाज

सरकार ने कहा कि राज्य के अलग-अलग जिलों में कुल 9 पुल और पुलिया ढह गई हैं। इनमें से 6 पुल और पुलिया बहुत पुरानी थीं और तीन पुल और पुलिया ऐसे थे जो बन ही रहे थे। जल संसाधन विभाग ने एग्जीक्यूटीव इंजीनियर, असिस्टेंट इंजीनियर और जूनियर इंजीनियर समेत 11 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया। ग्रामीण कार्य विभाग ने भी अपने चार वर्तमान एवं पूर्व इंजीनियरों को अपना काम सही से नहीं करने और लापरवाही बरतने की वजह से सस्पेंड कर दिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इससे पहले बिहार में सभी बनने वाले पुलों और पुराने पुलों के संबंध में दो हफ्ते के अंदर जांच रिपोर्ट मांगी थी।

पुल गिरने पर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप

इन घटनाओं ने राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है। नीतीश सरकार विपक्ष के साथ आरोप-प्रत्यारोप लगा रही है कि इसके लिए किसे जिम्मेदार ठहराया जाए। भवन निर्माण मंत्री अशोक कुमार चौधरी ने पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव पर राज्य के सड़क निर्माण और भवन निर्माण मंत्री रहते हुए पुल रखरखाव के लिए मजबूत नीति नहीं बनाने का आरोप लगाया। वहीं बाद वाले ने कहा ये केतली को काले बताने के जैसा मामला है। आरजीडी नेता तेजस्वी यादव ने कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि बिहार में डबल इंजन की सरकार है, लेकिन पिछले 20 दिनों में राज्य में एक दर्जन से ज्यादा पुल गिर गए हैं।

Advertisement
Tags :
Biharbridge collapsenitish government
विजुअल स्टोरीज
Advertisement
Jansatta.com पर पढ़े ताज़ा एजुकेशन समाचार (Education News), लेटेस्ट हिंदी समाचार (Hindi News), बॉलीवुड, खेल, क्रिकेट, राजनीति, धर्म और शिक्षा से जुड़ी हर ख़बर। समय पर अपडेट और हिंदी ब्रेकिंग न्यूज़ के लिए जनसत्ता की हिंदी समाचार ऐप डाउनलोड करके अपने समाचार अनुभव को बेहतर बनाएं ।
Advertisement