सिसोदिया की पत्नी का हाल बयां कर रहे थे सिंघवी, जस्टिस खन्ना भी हो गए परेशान, बोले- अंतरिम जमानत के लिए अर्जी लगाओ
दिल्ली के डिप्टी सीएम रहे मनीष सिसोदिया की पत्नी की हालत से सुप्रीम कोर्ट भी परेशान हो गया। सीनियर एडवोकेट अभिषेक मनु सिंघवी ने जब उनकी पत्नी का हाल सर्वोच्च अदालत में बयां किया तो एक जस्टिस ने उनके दर्द को साझा किया। फिर बोले- मेडिकल बेल के लिए अर्जी दो।
जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस बेला एम त्रिवेदी और जस्टिस उज्जवल भुयान की ट्रिपल बेंच मनीष सिसोदिया के मामले को देख रही थी। आज ईडी और सीबीआई को सिसोदिया की जमानत याचिका पर नोटिस जारी किया गया। सिसोदिया दिल्ली शराब घोटाले में अरसे से तिहाड़ जेल में बंद हैं।
जस्टिस खन्ना बोले- हमें पता है कि ये बेहद गंभीर बीमारी है
सिसोदिया की तरफ से पैरवी कर रहे अभिषेक मनु सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट में उनकी पत्नी की हालत बयां करते हुए कहा कि उनको Mild paralysis (हल्का लकवा) भी हो सकता है। जस्टिस संजीव खन्ना ने कहा कि वो अच्छी तरह से समझते हैं। आप जिस तरह की मेडिकल कंडीशन बता रहे हैं उसे हल्के में नहीं लिया जा सकता। ये काफी सीरियस है।
सिंघवी ने कहा कि MRI रिपोर्ट बता रही है कि 50 फीसदी तक डिसएबिलिटी हो सकती है। जस्टिस खन्ना का कहना था कि हम जानते हैं इसके बारे में। ये पैरों से शुरू होकर ऊपर की तरफ जाता है। उनका कहना था कि इसको हल्के में मत लीजिए, ये काफी गंभीर भी हो सकता है। फिर वो बोले कि दोनों पक्षों को नोटिस जारी करो। हम 28 जुलाई को अंतरिम आदेश जारी करने वाले हैं।
सिसोदिया ने सबसे पहले कड़कड़डूमा की अदालत में बेल के लिए अर्जी लगाई थी। लेकिन इनकार हो गया। उसके बाद वो दिल्ली हाईकोर्ट में पहुंचे। ईडी के केस में हाईकोर्ट ने 3 जुलाई को और सीबीआई के केस 30 मई को बेल एप्लीकेशन खारिज कर दी थी। अब वो सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं। हालांकि सिसोदिया ने हर बार पत्नी की हालत को बयां कर बेल मांगी थी। अदालत ने बेल तो नहीं दी पर तिहाड़ से वीडियो काफ्रेंसिंग का इंतजाम करा दिया।