Delhi Flood: लाल किले को बाढ़ के पानी से हुआ नुकसान? जलस्तर घटने के बाद ASI करेगी जांच
दिल्ली में यमुना का जलस्तर लगातार कम हो रहा है। इससे अधिकारियों ने भले ही राहत की सांस ली हो लेकिन लोगों की परेशानियां अभी कम नहीं हुई हैं। जिल इलाकों में पानी कम होने लगा है वहां नई परेशानियां सामने आ रही हैं। गंदगी के कारण सीवर बंद हो गए हैं। वहीं लोगों के घरों में भी गंदगी भरी हुई है। इसे निकालना बड़ी चुनौती है। इसके अलावा गंदगी के कारण इन इलाकों में बीमारियों को खतरा भी बढ़ गया है। दूसरी तरफ बाढ़ से लाल किले को तो कोई नुकसान नहीं पहुंचा, इस बात को लेकर एएसआई चिंतित है। एएसआई का कहना है कि जलस्तर कम होने के बाद इस बात की जांच की जाएगी कि बाढ़ से लालकिले को किसी तरह का कोई नुकसान हुआ है या नहीं।
दिल्ली में बढ़ा बीमारियों का खतरा
दिल्ली में बाढ़ का पानी कम होने के बाद नई चुनौतियां अभी भी बनी हुई हैं। लोगों के घरों में बाढ़ का पानी भरा हुआ है। वहीं सीवर भरे होने के कारण पानी निकलने में परेशानी हो रहा है। सीवर का पानी भी सड़क पर ही बह रहा है। जिन इलाकों में जलस्तर कम हुआ है अब वहां सड़कों पर गंदगी दिखाई दे रही है। दिन में तेज धूप के कारण लोग बदबू से परेशान हैं। वहीं इससे कई बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है।
पहली बार हथिनी कुंड से छोड़ा गया इतना पानी
बता दें कि इस साल पहाड़ों पर भारी बारिश के कारण दिल्ली में बाढ़ ने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। हथिनी कुंड बैराज के इतिहास में पहली बार बैराज के गेट 97 घंटे तक खुले। बाढ़ की हालत में कभी भी हथिनी कुंड बैराज के गेट इतने लंबे समय तक खुले नहीं रहे। इस सीजन से पहले सभी 18 गेट जल बहाव 70 हजार क्यूसेक होने पर खुलते रहे हैं। इस साल नियम बदलने के बाद एक लाख क्यूसेक होने पर खुलते हैं।
कुछ इलाकों में आज भी बंद रहेंगे स्कूल
दिल्ली में बाढ़ से प्रभावित इलाकों में 17-18 जुलाई को भी स्कूल बंद रहेंगे। शिक्षा विभाग के निदेशक की ओर से सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी मान्यता प्राप्त स्कूलों को दो दोनों के लिए छात्रों के लिए बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। इस आदेश में कहा गया है कि बाढ़ को देखते हुए स्कूलों में राहत शिविर चलते रहने की संभावना है। यमुना नदी की सीमा से लगे क्षेत्रों और प्रभावित जिलों में पूर्व, उत्तर पूर्व, उत्तर पश्चिम-ए, उत्तर, मध्य और दक्षिण-पूर्व के स्कूल बंद रहेंगे।