क्या अवधेश प्रसाद को बनाया जाएगा लोकसभा का डिप्टी स्पीकर? जानें अब तक किस-किस के पास रहा यह पद
लोकसभा का डिप्टी स्पीकर कौन बनेगा इस सवाल का जवाब अभी भी अधूरा है। हालांकि सरकार की ओर से इसे लेकर अभी तक कुछ नहीं कहा गया है। लेकिन विपक्ष डिप्टी स्पीकर पद की उम्मीद में है। 17वीं लोकसभा (2019 से 2024) तक डिप्टी स्पीकर का पद खाली रहा था। 16वीं लोकसभा (2014 से 2019) तक एआईएडीएमके के थम्बी दुरई डिप्टी स्पीकर थे।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन इस बार इस पद पर बैठेगा? इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि अब तक कौन-कौन लोकसभा में बतौर डिप्टी स्पीकर पद संभाल चुके हैं।
कौन-कौन रहा है डिप्टी स्पीकर
लोकसभा के पहले डिप्टी स्पीकर एम. अनन्तशयनम अय्यंगार (मार्च 1952 से मार्च 1956) थे। इसके बाद सरदार हुकम सिंह (मार्च 1956 से अप्रैल 1957) बने। एस.वी. कृष्णामूर्ति राव (1962-1967) लोकसभा के तीसरे डिप्टी स्पीकर बने। रघुनाथ केशव खाडिलकर (1967-1969) चौथी लोकसभा के डिप्टी स्पीकर बने। जॉर्ज गिल्बर्ट स्वेल,गोदे मुरहारी,जी. लक्ष्मणन,डॉ. एम. थम्बी,शिवराज वी. पाटिल,एस. मल्लिकार्जुनैया, सूरज भान,पी.एम. सईद, चरनजीत सिंह अटवाल,करिया मुंडा, एक बार फिर डॉ. एम. थम्बी दुरई लोकसभा के डिप्टी स्पीकर बने।
अवधेश प्रसाद का नाम आगे करने की कोशिश में सपा
विपक्ष फैजाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद और वरिष्ठ नेता अवधेश प्रसाद को डिप्टी स्पीकर पद के लिए अपने संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर उतारने की तैयारी कर रहा है, ताकि उत्तर प्रदेश में दलित वोटों को और अधिक एकजुट किया जा सके और इस महत्वपूर्ण राज्य में कांग्रेस-समाजवादी पार्टी गठबंधन के लिए माहौल बना रहे।
एक सूत्र के मुताबिक अवधेश प्रसाद का नाम सबसे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने प्रस्तावित किया था। सूत्र ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, "अवधेश प्रसाद के नाम पर आम सहमति है और भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं ने इसका समर्थन किया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और आम आदमी पार्टी (आप) और डीएमके जैसे अन्य लोग भी इस प्रस्ताव के साथ हैं।"