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Rainfall in Delhi-NCR: तपती गर्मी के बीच मौसम का बदला मिजाज, दिल्ली-NCR में बरसात

अभी के लिए दोपहर के वक्त जरूर बारिश और तेज हवा ने गर्मी से राहत देने का काम किया है। वैसे कुछ राज्यों में जरूर मानसून अपनी दस्तक दे चुका है।
Written by: न्यूज डेस्क | Edited By: Sudhanshu Maheshwari
नई दिल्ली | Updated: June 21, 2024 15:35 IST
दिल्लीृ-एनसीआर में बारिश (फाइल)
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तपती गर्मी के बीच दिल्ली-एनसीआर में बारिश शुरू हो गई है। कई दिन हीटवेव से जूझने के बाद दिल्ली-एनसीआर में अब तापमान कुछ कम हुआ है। तेज हवा के साथ बारिश ने मौसम को सुहावना बना दिया है। मौसम विभाग ने पहले ही ऐसा अनुमान जताया था कि दिल्ली में बारिश के आसार हैं, लेकिन अभी भी इसे मानसून नहीं कहा जा सकता है। मानसून को लेकर वेदर डिपार्टमेंट का कहना है कि सभी को जून 30 तक इंतजार करना पड़ेगा।

कहीं बारिश कहीं गर्मी

अभी के लिए दोपहर के वक्त जरूर बारिश और तेज हवा ने गर्मी से राहत देने का काम किया है। वैसे कुछ राज्यों में जरूर मानसून अपनी दस्तक दे चुका है। पूर्वोत्तर के असम में तो अभी बारिश का कहर देखने को मिल रहा है। आलम ये चल रहा है कि वहां बाढ़ की स्थिति बन चुकी है। दूसरे कुछ राज्यों में भी लगातार बारिश देखने को मिल रही है। लेकिन उत्तर भारत में अभी भी हीटवेव का प्रकोप है।

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हीटवेव ने तोड़े सारे रिकॉर्ड

आईएमडी डेटा से पता चलता है कि भारत में इस बार गर्मी की अवधि सबसे लंबी चल रही है। 36 वेदर सबडिवीजन में से 14 में 1 मार्च से 9 जून के बीच 15 से अधिक लू वाले दिन दर्ज किए गए और यह दौर जारी है।

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9 जून 2024 तक सबसे अधिक हीटवेव वाले दिन ओडिशा (27) में दर्ज किए गए, इसके बाद पश्चिम राजस्थान (23) का स्थान रहा। यहां तक ​​कि ऊंचाई वाले इलाके भी इससे नहीं बचे, जम्मू और कश्मीर में 6 हीटवेव वाले दिन देखे गए जबकि हिमाचल प्रदेश में (12) दिन लू चली।

जलवायु परिवर्तन का बढ़ा खतरा

यह लगातार तीसरा साल है जब भारत में लू को जलवायु परिवर्तन के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। इससे पहले रिसर्चर्स ने बताया था कि 2022 के मार्च-अप्रैल और 2023 के अप्रैल में अत्यधिक गर्मी भी संभवतः जलवायु परिवर्तन के कारण हुई थी।

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