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Lal Krishna Advani Health Update: BJP नेता लालकृष्ण आडवाणी को AIIMS से मिली छुट्टी, कल रात हुए थे भर्ती

Lal Krishna Advani Health Update: बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को एम्स हॉस्पिटल से छुट्टी मिल गई है।
Written by: न्यूज डेस्क
नई दिल्ली | Updated: June 27, 2024 16:21 IST
बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी। (इमेज-पीटीआई)
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Lal Krishna Advani Health Update: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को दिल्ली के एम्स अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। 26 जून की शाम को उन्हें कुछ परेशानी महसूस हुई, जिसके बाद हॉस्पिटल लाया गया। उन्हें यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के डॉक्टर्स की निगरानी में रखा गया था। डॉक्टरों ने बताया कि उनका एक छोटा ऑपरेशन किया गया। हालत में सुधार होने के बाद गुरुवार को छुट्‌टी दे दी गई।

आडवाणी 2014 से सक्रिय राजनीति से दूर हैं। हाल ही में उनकी तस्वीर तब सामने आई जब एनडीए संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके घर पहुंचे और उनका आशीर्वाद लिया। बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को 31 मार्च को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारत रत्न से सम्मानित किया। आडवाणी के नाम बीजेपी के सबसे लंबे समय तक अध्यक्ष रहने का भी रिकॉर्ड है। वह देश के उपप्रधानमंत्री भी रह चुके हैं।

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लालकृष्ण आडवाणी पाकिस्तान में एक हिंदू सिंधी परिवार में 1927 में जन्मे थे। उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा सेंट पैट्रिक हाई स्कूल, कराची से हासिल की। इसके बाद उन्होंने डीजी नेशनल स्कूल हैदराबाद, सिंध में एडमिशन लिया। आडवाणी 1947 में देश की आजादी का जश्न भी सही तरह से नहीं मना पाए थे। ऐसा इसलिए हुआ था क्योंकि आजादी के कुछ ही घंटों के अंदर उन्हें अपना घर छोड़कर भारत के लिए निकलना पड़ा। बंटवारे के समय उनका परिवार पाकिस्तान छोड़कर मुंबई में रहने के लिए आ गया। यहां उन्होंने बॉम्बे यूनिवर्सिटी लॉ कॉलेज से कानून की पढ़ाई की।

लालकृष्ण आडवाणी का राजनीतिक करियर

अब अगर बात लालकृष्ण आडवाणी के राजनीतिक करियर की करें तो उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से की। आडवाणी कई सालों तक राजस्थान में आरएसएस के प्रचार के काम में लगे रहे। वह भारतीय जनता पार्टी के संस्थापकों में से हैं। 1980 और 1990 के दशक के बीच, आडवाणी ने बीजेपी को राष्ट्रीय स्तर की पार्टी बनाने के काफी काम किया।

लालकृष्ण आडवाणी तीन बार (1986 से 1990, 1993 से 1998 और 2004 से 2005) बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। 1984 में केवल दो सीटें जीतने वाली पार्टी ने अगले लोकसभा चुनाव में 86 सीटें जीतीं। 1992 में पार्टी की स्थिति 121 सीटों और 1996 में 161 सीटों तक पहुंच गई। आजादी के बाद पहली बार कांग्रेस सत्ता से बाहर हुई और बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी।

वह 1998 और 2004 के बीच भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए में गृह मंत्री थे। लाल कृष्ण आडवाणी ने 2002 और 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में भारत के सातवें उपप्रधान मंत्री के रूप में काम किया। 10वीं और 14वीं लोकसभा के दौरान उन्होंने विपक्ष के नेता की भूमिका बखूबी निभाई।

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