कन्फ्यूज बाइडेन की कन्फ्यूज नीति! इजरायल को हथियार भी सप्लाई किए, अब दिखा रहे तेवर
अमेरिका और इजरायल को लेकर तनातनी का माहौल बढ़ता जा रहा है। इजरायल और हमास के बीच युद्ध की शुरुआत में अमेरिका ने इजरायल की तरफदारी की थी और हमास के खिलाफ जवाबी कार्रवाई को सही ठहराया था। सात अक्टूबर 2023 को हमास के हमले के बाद इजरायली कार्रवाई में बड़ी संख्या में फलस्तीनी विस्थापित हुए थे। इनमें से ज़्यादातर लोगों ने रफ़ाह में पनाह ले रखी है। अब अमेरिका इजरायल से और हमले न करने को कहा। अमेरिका ने इजरायल से पूछा है कि वह गाजा के रिहायशी इलाकों में क्यों हमले कर रहा है? लेकिन दूसरी तरफ अमेरिका ही इजरायल को हथियार सप्लाई करता है और युद्ध में मदद कर रहा था और अब हमले पर ही सवाल उठा रहा है। ऐसे में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भी कन्फ्यूज हैं और उनकी नीति भी कन्फ्यूज करने वाली है।
इस बीच इजरायल को कुछ हथियारों और उपकरणों की सप्लाई रोकने की अमेरिकी राष्ट्रपति के ऐलान से कई लोगों को हैरानी हुई है। ये ऐलान बाइडेन ने दस दिन पहले नौ मई को किया था।
अमेरिका की इजरायल को लेकर नीति क्या है?
अमेरिकी हथियारों और उपकरणों की सप्लाई रोकने और उसके कुछ दिन बाद ही एक अरब से अधिक डॉलर की कीमत के हथियार देने का ऐलान से जो बाइडेन की नीति ही अजीबोगरीब हो गई है। इसको लेकर अमेरिका में ही तमाम तरह की चर्चाएं हैं।
बाइडेन के अमेरिका को लेकर बयान कैसे बदलते गए
अमेरिका कभी हमास पर हमले का समर्थन करता है तो कभी वह इजरायल को ही आंखें दिखाता है। इसकी उसकी दोहरी चाल दिखाई पड़ती है। अमेरिका इस रवैये पर राष्ट्रपति बाइडेन अपने देश में घिरे हुए भी हैं। अगले कुछ महीनों में उन्हें राष्ट्रपति चुनाव के दौरान इन सवालों का जवाब भी देना होगा।
इजरायल को हाल ही में क्या हथियार दिए अमेरिका ने
अमेरिका ने इजरायल को तमाम तरह के हथियार दिए हैं। इनमें 900 किग्रा वजन वाले 1,800 एमके84 बम भी शामिल है। इसके अलावा 1,700 छोटे भी दिये हैं। इससे पहले अमेरिका ने इजरायल को 500 MK82 227 किग्रा बम, 25 F-35A लड़ाकू जेट और लगभग 2.5 बिलियन डॉलर मूल्य के इंजन भी दिये थे।
अमेरिका क्या किसी दबाव में है?
अमेरिका पर अंतरराष्ट्रीय दबाव भी काफी बढ़ गया है। दरअसल पूरी दुनिया निर्दोष नागरिकों पर हमले रोकने की अपील कर रही थी, लेकिन अमेरिका इजरायल का समर्थन करता रहा। ऐसे में अमेरिका दुनिया भर में अलग-थलग पड़ने जैसे हालात का सामना कर रहा है।