'मंत्री-सचिव को नवीन पटनायक से मिलने की इजाजत नहीं', ओडिशा के मुख्यमंत्री पर धर्मेंद्र प्रधान ने खड़े किए सवाल
Lok Sabha Chunav 2024: ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी और बीजू जनता दल के बीच में लोकसभा और विधानसभा चुनाव में कोई गठबंधन नहीं हुआ है। दोनों पार्टियां अकेले ही चुनावी मैदान में उतरी हैं। इसी बीच, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और बीजेडी को टारगेट करते हुए राज्य के ट्रैक रिकॉर्ड पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने पूछा कि राज्य को इस समय कौन चला रहा है और राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी कौन है।
धर्मेंद्र प्रधान ने एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में सवाल करते हुए कहा कि नवीन पटनायक ने इतने सालों तक राज्य में शासन किया और उनके नेतृत्व में राज्य को कुछ भी नहीं मिल सका है। राज्य बुनियादी क्षेत्रों में काफी पीछे रह गया है। उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी करीब एक साल से सीएम से नहीं मिले होंगे। सचिवों और मंत्रियों को पटनायक से मिलने की इजाजत ही नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य कैसे चल रहा है। 25 मई को ओडिशा में छठे चरण में लोकसभा चुनाव होंगे। यहां पर प्रधान का मुकाबला बीजेडी के नेता प्रणब प्रकाश दास से है।
वीके पांडियन पर धर्मेंद्र प्रधान का हमला
बीजेपी लगातार सीएम पटनायक के भरोसेमंद वीके पांडियन पर हमला बोल रही है। प्रधान ने उनका नाम लिए बिना कहा कि बीजेडी एक क्षेत्रीय पार्टी है। समाज में कोई भी व्यक्ति किसी भी पार्टी की कमान संभाल सकता है। लेकिन तीन महीने पहले एक व्यक्ति सीएमओ में अधिकारी की भूमिका में था और बाद में उन्होंने पार्टी के नेता के रूप में पदभार संभाल लिया। उन्होंने जनता की सेवा करने के बजाय पार्टी की सेवा करने को तवज्जो दी। क्या कहीं पर भी ऐसा होते हुए देखा है।
नवीन पटनायक चुनावी मैदान से गायब- धर्मेंद्र प्रधान
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि नवीन पटनायक कहां पर हैं। वह सिर्फ वीडियो में ही नजर आ रहे हैं। वह चुनावी मैदान से बिल्कुल गायब हैं। बीजेडी में नवीन पटनायक के खिलाफ काफी नाराजगी है। उनकी कुछ मजबूरियां हो सकती हैं। जब उनसे यह सवाल किया गया कि चुनाव से पहले अलायंस बनाने की कोशिश की जा रही थी तो भारतीय जनता पार्टी बीजेडी का विरोध क्यों कर रही थी। इस पर प्रधान ने कहा कि मैं उन लोगों में से था जो हमेशा मानते थे कि बीजेपी को बीजेडी के साथ गठबंधन नहीं करना चाहिए और पार्टी को अकेले ही चुनावी मैदान में उतरना चाहिए।
हमें कई मुद्दों पर पार्टियों का समर्थन मिला
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि हमें राष्ट्रीय स्तर पर कई मुद्दों में पार्टियों का सहयोग या समर्थन मिलता है। महिला आरक्षण के मुद्दे पर हमे कांग्रेस पार्टी का समर्थन मिला है। बीजेपी और लेफ्ट ने भी कई मुद्दों पर साथ मिलकर काम किया है। प्रधान ने आगे कहा कि नवीन पटनायक ने भी कुछ मुद्दों पर हमारा साथ दिया है और पार्टी इसके लिए उनकी पूरी तरह से आभारी है। लेकिन उन्होंने केंद्र की कई योजनाओं को राज्य में लागू नहीं किया है और इसका फायदा लोगों को नहीं मिल पा रहा है।
उड़िया अस्मिता अभियान पर क्या बोले धर्मेंद्र प्रधान
भारतीय जनता पार्टी ने उड़िया अस्मिता अभियान चलाया गया है। इस पर भी केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि यह सिर्फ भाषा या संस्कृति के बारे में नहीं है। जब मैं बच्चों में कुपोषण के बारे में बात करता हूं तो इसका संबंध उड़िया अस्मिता से नहीं है। बीजू जनता दल लोगों को बुनियादी सुविधाएं देने में काफी हद तक कामयाब नहीं हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि मेरी भाषा मेरा गौरव है। बीजेपी ने राज्य की सांस्कृतिक पहचान बनाए रखने का संकल्प लिया है।