Reasi Terror Attack: 'काले कपड़े और लाल पट्टी पहने हुए एक शख्स को सड़क पर देखा', रियासी हमले में कार ड्राइवर ने जांच में क्या बताया
Reasi Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर हाल ही में हुए हमले की शुरुआती जांच में पुलिस को पता चला कि दो-तीन आतंकी तीर्थयात्रियों की बस का काफी देर से इंतजार कर रहे थे और हमले होने से कुछ देर पहले उन्हें कार ड्राइवरों ने भी देखा था। पुलिस ने एक ड्राइवर की मदद से एक संदिग्ध का स्केच भी तैयार कर लिया है। सुरक्षाबल अभी भी उनकी तलाश में जुटे हुए हैं। 9 जून को माता वैष्णो देवी मंदिर जा रहे तीर्थयात्रियों से भरी बस पर हुए हमले में 9 लोगों की जान चली गई थी और 41 घायल हो गए थे।
गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद स्थानीय पुलिस ने मामले को एनआईए को सौंप दिया है। एमएचए के एक अधिकारी ने कहा कि घटना होने के कुछ घंटों के बाद ही आईजी रैंक के अधिकारी समेत उनकी टीम ने घटना वाली जगह का दौरा किया। इतना ही नहीं, फारेंसिक टीम ने सबूत भी इकट्ठा किए। आतंकी नेटवर्क की बड़ी साजिश को खत्म करने के लिए एनआईए की टीम को मामला दिया गया है। एनआईए आतंकी मामलों को सही से हैंडल करने के लिए जानी जाती है।
ड्राइवर ने एक शख्स को काले कपड़े और पट्टी पहने देखा
रियासी जिले में आतंकी हमले की गुत्थी को सुलझाने के लिए पुलिस ने भी कई टीमें बनाईं। उन सभी से यह पता लगाने के लिए कहा गया कि उस दिन कितनी गाड़ियों के ड्राइवर सड़क से गुजरे थे। एक सूत्र ने बताया कि अपनी जांच के दौरान एक टीम ने एक गाड़ी के ड्राइवर का पता लगाया। उसने बताया कि उसने काले कपड़े और लाल पट्टी पहने हुए एक शख्स को सड़क पर देखा था।
ड्राइवर की मदद लेकर पुलिस ने उस संदिग्ध शख्स का एक स्केच भी तैयार कर लिया है और उसे सभी पुलिस स्टेशनों और इंटेलिजेंस एजेंसियों के साथ भी शेयर किया है। सूत्र ने बताया कि घटनास्थल का दौरा करने के बाद हमें अलग-अलग डायरेक्शन में दो खास जगहें मिलीं। यहीं से हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं थी। शुरुआती जांच में ऐसा लगता है कि किसी स्थानीय व्यक्ति ने भी उनकी मदद की थी।
आतंकियों ने बरसाईं ताबड़तोड़ गोलियां
सूत्र ने बताया कि सभी को यह बात पता है कि सभी टूरिस्ट बसें तीर्थयात्रियों को लेकर जाती हैं। इसलिए आतंकी उस बस का इंतजार कर रहे थे, जिसको उन्हें निशाना बनाना था। उन्होंने यह भी बताया कि हमें यह भी शक है कि आतंकी बार्डर क्रॉस कर भारत में घुसपैठ करके आए हैं और अभी तक किसी की मदद से जगलों में छिपे हुए हैं। उन्होंने आगे बताया कि घटना वाली जगह से बरामद गोलियों के खोल से पता चला कि हमलावरों ने एम16 राइफल का इस्तेमाल किया था।
जिंदा बचे लोगों में से एक के बयान का हवाला देते हुए सूत्र ने कहा कि पीड़ित ने हमलावरों में से एक को नकाब पहने देखा और आतंकियों ने बस को देखते ही गोलियां चलानी शुरू कर दीं। उन्होंने सबसे पहले ड्राइवर को निशाना बनाया और बस पर से कंट्रोल बिगड़ने के बाद भी फायरिंग नहीं रोकी। इसके बाद बस खाई में जाकर गिर गई।