दिल्ली में ओवैसी के घर पर फेंकी गई काली स्याही, ‘जय फिलिस्तीन’ नारे से कनेक्शन
दिल्ली स्थित AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी के घर पर काली स्याही फेंकी गई है। बताया जा रहा है कि आरोपी ओवैसी के जय फिलिस्तीन वाले नारे से खफा थे। उसी वजह से देर रात उन आरोपियों ने काली स्यागी ओवैसी के घर पर फेंक दी। इस घटना पर खुद ओवैसी की प्रतिक्रिया भी आ गई है। उन्होंने जोर देकर कहा है कि उनके दिल्ली वाले आवास पर पहले भी कई बार हमले हो चुके हैं।
ओवैसी ने क्या बोला?
जारी बयान में ओवैसी ने कहा कि अज्ञात उपद्रवियों ने आज मेरे घर में काली स्याही से तोड़फोड़ की। मैं अब यह गिनती भूल गया हूं कि मेरे दिल्ली आवास को कितनी बार निशाना बनाया गया है। जब मैंने दिल्ली पुलिस के अधिकारियों से पूछा कि उनकी नाक के नीचे यह कैसे हो रहा है, तो उन्होंने असहायता व्यक्त की। अमित शाह ये आपकी निगरानी में हो रहा है। ओम बिरला कृपया हमें बताएं कि सांसदों की सुरक्षा की गारंटी होगी या नहीं। उन दो गुंडों के लिए जो मेरे घर को निशाना बनाते रहते हैं: इससे मुझे डर नहीं लगता। इस सावरकर-प्रकार के कायरतापूर्ण व्यवहार को रोकें और मेरा सामना करने के लिए पर्याप्त पुरुष बनें। कुछ स्याही फेंकने या कुछ पत्थर फेंकने के बाद भागना मत।
पूरा विवाद क्या है?
अब जानकारी के लिए बता दें कि AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने जब संसद में शपथ ली, उनकी तरफ से 'जय फिलिस्तीन' का नारा लगा दिया गया। उनके उस बयान को संसद के रिकॉर्ड से भी हटाना पड़ा था और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तक शिकायत पहुंच गई थी। शिकायत एडवोकेट हरी शंकर जैन द्वारा की गई थी। तर्क दिया गया था कि ओवैसी ने एक विदेशी देश और उनके मुद्दे के प्रति अपनी निष्ठा जाहिर की है, इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। वैसे यह कोई पहली बार नहीं है जब ओवैसी अपने बयान की वजह से विवाद में फंसे हों। उनकी तरफ से कई मौकों पर ऐसे बयान दिए जा चुके हैं, उनकी विचारधारा को हर बार बीजेपी ने देश विरोधी करार दिया है।
पहले भी दिए विवादित बयान
कुछ साल पहले ही जब आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि नई पीढ़ी को भारत की शान में नारे लगाने का पाठ पढ़ाया जाना चाहिए। जिसके जवाब में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि वो कभी ‘भारत माता की जय नहीं बोलेंगे भले भी उनकी गर्दन पर कोई छुरी क्यों न रख दे’। कुछ समय पहले ही असदुद्दीन ओवैसी ने पुलिस तक को धमकी दे दी थी। उन्होंने कहा कि पुलिस के लोग ये याद रखें कि हमेशा योगी सीएम और मोदी पीएम नहीं रहेंगे और हम मुसलमान वक्त के तीमार से खामोश जरूर हैं, मगर तुम्हारे जुल्म को भूलने वाले नहीं हैं। हम तुम्हारे जुल्म को याद रखेंगे।