तीसरी बार NSA बनने के बाद अजीत डोभाल की और बढ़ी ताकत, इन 2 सदस्यों को टीम में किया शामिल
भारत के राष्ट्रीय सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने 1990 बैच के आईपीएस टीवी रविचंद्रन को भारत का नया डिप्टी एनएसए नियुक्त किया है। इसके अलावा कुछ और बदलाव भी किए गए हैं। 1990 बैच के IFS पवन कपूर भी डिप्टी एनएसए बनाए गए हैं। डिप्टी एनएसए विक्रम मिस्री को विदेश सचिव बनाया गया है, ऐसे में यह दो बड़े बदलाव सामने आए हैं। डिप्टी एनएसए राजिंदर खन्ना को प्रमोट कर एडिशनल NSA बना दिया गया है। अजीत डोभाल लगातार तीसरी मोदी सरकार में NSA हैं।
कौन हैं दोनों अधिकारी?
जानकारी के लिए बता दें कि टीवी रविचंद्रन इंटेलिजेंस ब्यूरो में स्पेशल डायरेक्टर और 1990 बैच के आईपीएस हैं। वहीं पवन कपूर विदेश में अलग-अलग भारतीय मिशनों, विदेश मंत्रालय प्रधानमंत्री कार्यालय में भी तैनात रहे हैं। इन दोनों के अजित डोभाल की टीम में आने से देश की ताकत बढ़ेगी। पीएम मोदी ने तीसरी बार भी अजित डोभाल पर भरोसा जताया है।
लगातार तीसरी बार NSA बने हैं अजित डोभाल
तीसरे कार्यकाल में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोर टीम में कोई बदलाव नहीं हुआ था। लगातार तीसरी बार अजित डोभाल ही एनएसए चीफ बनाने गए हैं। एनएसए का पद संवैधानिक होता है और पीएम का सबसे विश्वसनीय भी इन्हें माना जाता है। इन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जाता है और हर अहम बैठक में इनकी उपस्थिति रहती है। बात चाहे सुरक्षा से जुड़ी हो या फिर रणनीतिक लिहाज से अहम मुद्दा हो, पीएम हमेशा एनएसए की सलाह लेता है।
डोभाल की बात करें तो उन्होंने तो एनएसए बनने से पहले भारत के लिए कई सीक्रेट ऑपरेशन्स में काम किया है। बात चाहे इराक से भारतीय नर्सों को सुरक्षित बाहर निकालने की हो या फिर नगालैंड में सेना की कार्रवाई, डोभाल ने ही रणनीति से लेकर दूसरे तमाम फैसले लिए और देश को बड़ी सफलता दिलवाई।