एक ही सीट से तीसरी बार नामांकन दाखिल करने वाले तीसरे प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी, जानें इससे पहले किसके नाम दर्ज है यह रिकॉर्ड
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को तीसरी बार वाराणसी लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल कर दिया। इस दौरान उनके साथ गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई पार्टियों के चीफ और कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी मौजूद रहे। इतना ही नहीं, पीएम ने नॉमिनेशन दाखिल करने के बाद एक और नया रिकॉर्ड बनाया है। वे ऐसे पीएम बने चुके हैं जिन्होंने तीसरी बार एक ही सीट से नामांकन दाखिल किया है। आइए जानतें हैं कि अब तक ऐसे कौन से पीएम रहें हैं जिन्होंने एक ही सीट से तीन बार नामांकन दाखिल किया है।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले की फूलपुर लोकसभा सीट से पंडित जवाहर लाल नेहरू तीन बार सांसद बने और प्रधानमंत्री के पद तक पहुंचे। देश की आजादी के बाद पीएम पंडित जवाहर लाल नेहरू ने इसको अपना संसदीय क्षेत्र बनाया और जीत दर्ज की। पंडित नेहरू ने यहां से 1952, 1957 और 1962 में चुनाव जीता था। इस सीट पर हमेशा बीजेपी को कड़ी टक्कर मिलती रही है।
अटल बिहार का नाम भी शामिल
अब हम बात करें दूसरे प्रधानमंत्री की तो अटल बिहारी वाजपेयी के नाम यह रिकॉर्ड दर्ज है। उत्तर प्रदेश की लखनऊ लोकसभा सीट पर शुरुआत से ही कांग्रेस पार्टी का दबदबा रहा है। हालांकि, 1991 के बाद से समीकरण बदल गए और बीजेपी ने इस सीट पर कब्जा कर लिया। विपक्षी दलों ने अटल बिहारी वाजपेयी के सामने 1991 में रंजीत सिंह को मैदान में उतारा था और साल 1996 में राज बब्बर को चुनावी दंगल में उतारा। वहीं, 1998 में मुजफ्फर अली, 1999 में कर्ण सिंह और 2004 में डॉ मधु गुप्ता को प्रत्याशी बनाया लेकिन अटल की शख्सियत के आगे सितारों का जादू भी नहीं चला। अटल लखनऊ की लोकसभा सीट से एक नहीं बल्कि पांच बार सांसद बने। इसमें से तीन बार देश का प्रधानमंत्री बनने का गौरव हासिल हुआ।
यूपी ने अब तक दिए सबसे ज्यादा प्रधानमंत्री
अब तक देश में कुल 14 प्रधानमंत्री हुए हैं। लेकिन सबसे ज्यादा प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश ने दिए हैं। स्वतंत्रता के बाद पहले देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु का संबंध उत्तर प्रदेश से है। नेहरू ने फूलपुर लोकसभा सीट से प्रतिनिधित्व किया और जीत दर्ज की। हालांकि, 1962 में निधन के कारण वो अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए।
देश के दूसरे पीएम यानी कि लाल बहादुर शास्त्री भी इलाहाबाद सीट से जीतकर संसद पहुंचे। पंडित जवाहर लाल नेहरु की निधन के बाद लाल बहादुर शास्त्री देश के प्रधानमंत्री बने। पंडित जवाहर लाल नेहरु की बेटी इंदिरा गांधी साल 1966 में पहली बार देश की पीएम बनी। उस समय वह राज्यसभा की सांसद थी। उनका पहला कार्यकाल केवल 14 महीनों का ही रहा था। वह 24 जनवरी साल 1966 से लेकर 4 मार्च साल 1967 तक पीएम पद पर काबिज रहीं। इसके बाद साल 1967 के लोकसभा चुनाव में वह उत्तर प्रदेश के रायबरेली सीट से जीतीं और पीएम बनीं।
चौधरी चरण सिंह भी यूपी से ही बने सीएम
उत्तर प्रदेश के मेरठ के रहने वाले चौधरी चरण सिंह देश के पांचवे पीएम बने। साल 1977 के लोकसभा चुनाव में चौधरी चरण सिंह ने भारतीय लोक दल पार्टी के टिकट पर उत्तर प्रदेश के बागपत सीट से जीत हासिल की और प्रधानमंत्री बने। इंदिरा गांधी के बेटे राजीव गांधी का कार्यकाल 31 अक्टूबर साल 1984 से लेकर 2 दिसंबर साल 1989 तक था। इस इलेक्शन में राजीव गांधी उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा सीट से सांसद चुने गए।
विश्वनाथ प्रताप सिंह राजीव गांधी के निधन के बाद देश के प्रधानमंत्री बने। वीपी सिंह 2 दिसंबर साल 1989 से लेकर 10 दिंसबर साल 1990 तक देश के प्रधानमंत्री रहे। वह उत्तर प्रदेश के फतेहपुर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे। देश के 11वें प्रधानमंत्री चंद्रशेखर साल 1989 में उत्तर प्रदेश के बलिया लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे। अटल बिहारी वाजपेयी को तीन बार पीएम बनने का अवसर मिला। इस चुनाव में अटल बिहारी वाजपेयी ने उत्तर प्रदेश के लखनऊ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी। पीएम नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज की थी। इसके बाद वे पीएम बने।
सबसे ज्यादा दिन तक नेहरू के नाम पीएम रहने का रिकॉर्ड
पीएम के रूप में मोदी से लंबा कार्यकाल सिर्फ तीन लोगों का रहा है। जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और मनमोहन सिंह। तीनों कांग्रेस से थे। सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहने का रिकॉर्ड देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के नाम है। नेहरू 16 साल 9 महीने और 12 दिन तक प्रधानमंत्री रहे। सबसे लंबे समय तक पीएम रहने के मामले में नेहरू के बाद दूसरे नंबर पर उनकी बेटी इंदिरा गांधी हैं। इंदिरा दो हिस्से में कुल 15 साल 11 महीने 17 दिन प्रधानमंत्री रहीं। तीसरे नंबर पर मनमोहन सिंह हैं। मनमोहन लगातार 10 साल चार दिन तक प्रधानमंत्री के पद पर रहे। पीएम मोदी अगर अपना कार्यकाल पूरा करते हैं तो मनमोहन का रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 साल 350 दिन तक प्रधानमंत्री रहे हैं।