हमास पर सोशल मीडिया पोस्ट करना स्कूल प्रिंसिपल को पड़ा भारी, मैनेजमेंट ने मांगा इस्तीफा
Mumbai School Principal Resignation Demand: इजरायल और फिलीस्तीनी आतंकी हमास की जंग का असर अब केवल मिडिल ईस्ट तक ही सीमित नहीं रहा है, बल्कि इसका असर अब भारत पर भी दिखने लगा है। मुंबई के एक फेमस स्कूल की प्रिंसिपल ने कथित तौर पर सोशल मीडिया पर ऐसी पोस्ट कर दी, जिस पर स्कूल चलाने वाले ट्रस्ट ने उन्हें इस्तीफा देने का नोटिस दे दिया। हालांकि, प्रिंसिपल ने पद छोड़ने से मना कर दिया है।
प्रिंसिपल परवीन शेख ने कहा कि मैं अपना पद नहीं छोडूंगीं। इस स्कूल से मेरा 12 सालों से नाता है। स्कूल को मैंने 100 फीसदी देने की कोशिश की है। ऐसा कहा जा रहा है कि उन्होंने हमास के समर्थन में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया था। अब प्रिंसिपल को स्टूडेंट्स के अभिभावकों की तरफ से भी पूरा सपोर्ट मिल रहा है।
इजरायल-हमास युद्ध पर विचार किए व्यक्त
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, परवीन शेख ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर फिलिस्तीन और हमास-इजरायल युद्ध पर अपने विचार व्यक्त किए। यह नहीं पता चल सका है कि उन्होंने ऐसा क्या लिख दिया कि उन्हें ट्रस्ट की तरफ से पद छोड़ने का नोटिस मिल गया। बताया जा रहा है कि उनकी पोस्ट में फिलिस्तीन और हमास के प्रति नरम रूख दिखाई दिया था।
परवीन शेख ने कहा कि 26 अप्रैल को हुई मीटिंग में स्कूल मैनेजमेंट ने कहा कि यह उनके लिए एक बहुत की कठिन फैसला है और उन्होंने मुझसे इस्तीफा देने के लिए कहा। मैने कुछ दिनों तक काम करना जारी रखा, लेकिन मैनेजमेंट की तरफ से मुझ पर बार-बार दबाव डाला गया। शेख ने कहा कि मैं लोकतांत्रिक भारत में रहती हूं और मुझे अभिव्यक्ति की पूरी आजादी है। यही तो लोकतंत्र की प्रमुख आधारशिला है। उन्होंने आगे कहा कि यह मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरी अभिव्यक्ति इस तरह की दुर्भावनापूर्ण भावनाओं को भड़काएगी और मेरे खिलाफ इस तरह के एजेंडे एक्टिव हो जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मैं किसी भी हालत में पद नहीं छोड़ूंगी।
स्कूल के ट्रस्ट ने मामले पर क्या कहा
सोमैया ट्रस्ट से जुड़े कर्मचारियों ने कहा कि स्कूल के कर्मचारियों को अपने निजी सोशल मीडिया अकाउंट पर अपने व्यक्तिगत विचार व्यक्त करने की इजाजत है, लेकिन उन्हें यह बताना चाहिए कि यह उनकी निजी राय है। सोमैया ट्रस्ट के एक प्रवक्ता ने शेख के उस बयान पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि उन्हें इस्तीफा देने के लिए कहा गया है। प्रवक्ता ने कहा कि ट्रस्ट पहले से कही गई बातों से आगे कोई टिप्पणी नहीं करना चाहेगा। उन्होंने कहा कि मामले को 24 अप्रैल तक हमारे संज्ञान में लाए जाने तक हम व्यक्त की गई भावनाओं से अनजान थे। हम ऐसी भावनाओं से सहमत नहीं हैं। हम मामले की जांच कर रहे हैं।
अभिभावकों ने प्रिंसिपल का किया समर्थन
इस बीच, छात्रों के माता-पिता का एक वर्ग ट्रस्ट के पास पहुंच गया है और शेख को उनकी ईमानदारी और स्कूल को विकास की दिशा में आगे बढ़ाने में उनकी भूमिका के लिए अपना मजबूत समर्थन व्यक्त किया है। एक अभिभावक ने कहा कि कुछ विषयों पर उनके विचारों से कोई फर्क नहीं पड़ता। हम सभी इस स्कूल से अपने बच्चों को ग्रेजुएशन करते हुए देखना चाहते हैं।