Lok Sabha Chunav: कैसरगंज से बृजभूषण सिंह का टिकट कटा, बीजेपी ने बेटे करण को बनाया उम्मीदवार
कैसरगंज लोकसभा से टिकट का ऐलान हो चुका है। बीजेपी ने मौजूदा सांसद बृजभूषण सिंह का टिकट काट उनके बेटे करण बृजभूषण सिंह को उम्मीदवार बनाया है। पहलवान प्रोटेस्ट के बाद से यह अटकलें जारी थी कि बृजभूषण सिंह का टिकट कट सकता है। गौरतलब है कि उनके ऊपर साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और अन्य पहलवानों ने यौन शोषण के आरोप लगाए थे।
लोकसभा चुनाव 2019 में कैसरगंज से चुनाव लड़ते हुए बृजभूषण शरण सिंह ने कुल 581358 वोट हासिल किए थे। उनके सामने बसपा उम्मीदवार चंद्रदेव राम यादव को कुल 319757 वोटों मिले थे।
करण भूषण सिंह कैसरगंज सीट से लगातार तीन बार जीत हासिल करने वाले भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व प्रमुख बृजभूषण सिंह के छोटे बेटे हैं। कैसरगंज में बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करण का मुकाबला बसपा के प्रत्याशी नरेंद्र पांडेय से होगा। सपा ने अभी तक इस सीट पर अपने पत्ते नहीं खोले हैं। बीजेपी ने रायबरेली लोकसभा सीट से दिनेश प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस भी आज शाम तक अपने प्रत्याशी की घोषणा कर सकती है।
करण बृजभूषण सिंह के बारे में
करण भूषण सिंह ने डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए) और कानून की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में बिजनेस मैनेजमेंट में डिप्लोमा भी किया है।
वह वर्तमान में उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं। इससे पहले करण यूपी कुश्ती संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष थे। पहलवानों के प्रोटेस्ट के दौरान भी करण काफी सुर्खियों में आए थे। कारण गोंडा के नवाबगंज में सहकारी ग्राम विकास बैंक के अध्यक्ष भी हैं। लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में कैसरगंज में 20 मई को मतदान होगा। कैसरगंज से करण भूषण मई को अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं।
बीजेपी नेता और पूर्व WFI चीफ बृजभूषण शरण सिंह कैसरगंज लोकसभा सीट से पिछले तीन लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं। इन चुनावों में वह दो बीजेपी औ एक सपा के टिकट पर जीत हैं। लोकसभा चुनाव 2019 में बृजभूषण शरण सिंह ने करीब ढाई लाख वोटों के अंतर से बसपा-सपा गठबंधन के प्रत्याशी चंद्रदेव रामदेव को हराया।