Jammu Kashmir: जम्मू कश्मीर में अमरनाथ यात्रा के बाद हो सकते हैं विधानसभा चुनाव, अमित शाह ने BJP नेताओं दिए निर्देश
Jammu Kashmir Vidhan Sabha Chunav: जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 और 35(A) हटने के बाद इसे केंद्रशासित प्रदेश बना दिया गया था। पांच साल बाद अब वहां की आम जनता को विधानसभा चुनावों का इंतजार हैं, जिसको लेकर संभावनाएं हैं कि जल्द ही यह इंतजार खत्म हो जाएगा, क्योंकि अमरनाथ यात्रा के बाद राज्य में विधानसभा चुनाव कराए जा सकते हैं, जिसको लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह न बीजेपी नेताओं को चुनाव की तैयारियों के निर्देश भी दे दिए हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गुरुवार को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में पार्टी के बड़े नेताओं की अहम बैठक हुई थी, जिसमें जम्मू-कश्मीर बीजेपी के कई नेता भी शामिल थे। उन्होंने प्रदेश के नेताओं को बताया था कि बीजेपी राज्य की 90 सीटों पर अकेले ही चुनाव लड़ सकती है और वह चुनाव के पहले किसी भी पार्टी से कोई गठबंधन नहीं करेगी।
2018 में भंग हुई थी विधानसभा
गौरतलब है कि अगस्त 2019 में राज्य का 'विशेष राज्य' वाला दर्जा खत्म कर दिया गया था और उसे केंद्रशासित प्रदेश बना दिया गया था। बता दें कि पहले जम्मू कश्मीर में ही लद्दाख भी शामिल था, लेकिन लद्दाख को 2019 में एक अलग राज्य बना दिया गया था। इससे पहले साल 2018 में विधायकों की खरीद-फरोख्त की आशंका के चलते राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने विधानसभा भंग करने की अनुशंसा की थी, जिसे राष्ट्रपति ने मंजूर भी कर लिया गया है।
बीजेपी की स्टेट लीडरशिप के नेताओं ने कहा है कि चुनाव पूर्व पार्टी किसी से भी गठबंधन नहीं करेगी। सूत्रों का कहना है कि सीटों का समायोजन और समान विचारधारा वाले दलों के साथ बीजेपी राज्य में गठबंध कर सकती है। जानकारी के मुताबिक अमरनाथ यात्रा 19 अगस्त को खत्म हो रही है और उसके बाद से राज्य में विधानसभा चुनाव को लेकर ऐलान किया जा सकता है।
पीएम मोदी भी कर सकते हैं दौरा
इसके अलावा विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी किसी भी मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का ऐलान भी नहीं करेगी। विधानसभा चुनाव की आहट के चलते ही जम्मू कश्मीर में केंद्र सरकार के मंत्रियों के दौरे बढ़ सकते हैं। साथ ही पीएम मोदी भी राज्य में कुछ अहम परियोजनाओं का शिलान्यास या लोकार्पण कर सकते हैं।
खबरें ये भी हैं कि बीजेपी यहां जल्द ही जनसंपर्क अभियान शुरू करने वाली है। हालांकि यह भी स्पष्ट तौर पर कहा जा रहा है कि पार्टी राज्य यूनिट में कोई बड़ा बदलाव नहीं करने वाली है। ऐसे में लोकसभा चुनाव की रूपरेखा के तहत ही बीजेपी विधानसभा चुनाव में उतर सकती है।