CJI ने ब्राजील में भारतीय पत्रकारों की तारीफ की, कोरोनाकाल में कोर्ट की कार्यवाही का भी किया जिक्र
J20 Summit In Brazil: देश के चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया इस वक्त G-20 देशों के देशों के सुप्रीम कोर्ट के प्रमुखों के सम्मेलन में भाग लेने के लिए ब्राजील के दूसरे सबसे बड़े शहर रियो-डि- जेनेरो में हैं। मंगलवार को उन्होंने शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए भारतीय पत्रकारों की तारीफ की। सीजेआई ने कहा कि गलत सूचनाओं को रोकने और कानूनी कार्यवाही की गलतफहमी को दूर और सटीक अदालती प्रक्रियाओं और उनके फैसलों से लोगों को अवगत कराने के लिए तकनीक का सहारा ले रही हैं।
सीजेआई ने कोरोनाकाल का जिक्र करते हुए कहा कि जब फिजिकल मोड में अदालतों के संचालन में दिक्कत आई तो भारत ने वर्चुअल मोड को तेजी से अपनाया। उन्होंने कहा कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भारत में साढ़े सात लाख से अधिक मामलों की सुनवाई की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि कई अहम मामलों खासकर संवैधानिक मामलों की सुनवाई को यूट्यूब को लाइव स्ट्रीम भी किया गया।
सीजेआई ने कहा कि भारत में अदालतें अपने फैसले आम जनमानस पर थोपती नहीं हैं, बल्कि लोकतांत्रिक तौर-तरीकों से मामले को निपटाती हैं। सीजेआई ने अदालतों की पारदर्शिता पर जोर दिया और कहा कि भारत में अदालतें पारदर्शी प्रक्रिया को अपना रही हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय लोकतंत्र में पत्रकार अदालती फैसलों की सही जानकारी लोगों तक पहुंचाने में सक्षम रहे हैं।
इस दौरान सीजेआई ने न्यायिक दक्षता पर बात करते हुए कहा कि इसे एक जज की दक्षता से परे देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसे प्रक्रिया के रूप में अपनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब हम न्यायिक दक्षता की बात करते हैं तो हमें इसे न्यायिक दक्षता से परे देखना चाहिए। दक्षता न केवल परिणामों में निहित है, बल्कि इन प्रक्रियाओं में भी निहित है।
सीजेआई ने कहा कि न्यायपालिका की जिम्मेदारी आमजनमानस के प्रति भी है कि उन्हें सही वक्त पर न्याय मिले। बता दें, J20 शिखर सम्मेलन में G-20 देशों के अलावा यूरोपीय यूनियन और अफ्रीकी यूनियन के सदस्य देशों के प्रतिनिधि भी शिरकत कर रहे हैं।