चुनाव आदर्श आचार संहिता में फंसे राजमार्ग, मई में सिर्फ चार किमी ही बन सका, इसी अवधि में पिछले साल इतनी दूरी तक हुआ था निर्माण
राजग सरकार का तीसरा कार्यकाल शुरू होते ही केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्रालय की रपट में सामने आया है कि आचार संहिता लागू होने के कारण इस बार राजमार्ग निर्माण कार्य लटका है और मई माह में मंत्रालय ने महज चार किलोमीटर ही सड़क निर्माण का कीर्तिमान बनाया है। यह रपट हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में पेश की गई है। केंद्रीय मंत्रिमंडल को देश भर में चल रहे कामकाज की जानकारी रहे, इसके लिए हर माह यह रपट तैयार की जाती है।
चुनाव की वजह से दूसरी परियोजनाओं पर काम शुरू भी नहीं हो सका
रपट में बताया गया है कि राष्ट्रीय राजमार्ग और निर्माण कार्य आदर्श आचार संहिता लागू होने की वजह से लटके हैं। इस मामले में चुनाव आयोग से चार किलोमीटर की एक परियोजना को मंजूरी ली गई थी और इस परियोजना को छोड़कर अन्य किसी भी परियोजना पर काम शुरू नहीं किया गया है। रपट बताती है कि बीते वर्ष मंत्रालय ने इस अवधि के दौरान 382 किलोमीटर राजमार्ग निर्माण के कार्य का आबंटन किया था।
मंत्रालय ने यह भी बताया है कि वर्ष 2023-24 में मई तक 1465 किलोमीटर मार्ग का निर्माण किया था, जबकि वर्ष 2024 - 2025 में यह निर्माण 1288 किलोमीटर रहा है। बीते वर्ष की तुलना में इस माह में निर्माण कार्य की रफ्तार धीमी दर्ज की गई है। रपट में यह भी बताया है कि मंत्रालय ने मई 2024 तक लगभग 57925 करोड़ रुपए का पूंजीगत व्यय किया है, जो कि 2024 - 25 के पहले पांच माह के लिए लेखानुदान प्रावधान के तहत परिव्यय का लगभग 4255 फीसद है।
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कैबिनेट को दी जानकारी
इस दौरान बीते वर्ष यह 20.83 फीसद था, जो कि वर्ष 2024 -25 में बजट अनुमान का कुल 21.03 फीसद है। मंत्रालय द्वारा परियोजनाओं को पूरा करने के लिए जमीन अधिग्रहण की दिशा में भी काम किया गया है। मई 2024 के माह में कुल 77 भूमि अधिग्रहण की अधिसूचनाएं जारी की गई है और इस मंत्रालय द्वारा भूमि राशि पीएफएमएस (सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली) के माध्यम से जारी की गई है। इस मद में लगभग अधिग्रहित की गई जमीन की 683.25 करोड़ रुपए का मुआवजा जारी किया गया है। एनएचएआइ (राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) की रपट के मुताबिक वर्ष 2022-23 में मार्च माह में ही एक बड़ा कीर्तिमान तय किया था। इसकी जानकारी खुद केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने दी थी।
आजादी के अमृत महोत्सव के तहत यह पहल हुई थी और प्राधिकरण ने महज 105 घंटे और 33 मिनट में राष्ट्रीय राजमार्ग 53 पर 75 किलोमीटर लंबे एकतरफा मार्ग का निर्माण किया था। इस कीर्तिमान को गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड में भी दर्ज किया गया था। इससे पूर्व यह कीर्तिमान कतर के दोहा में राजमार्ग निर्माण में बना था। जब फरवरी 2019 में 25275 किलोमीटर मार्ग का निर्माण किया गया था और इस कार्य को दस दिन के अंदर पूरा किया गया था।
मंत्रालय ने यह भी बताया है कि वर्ष 2023-24 में मई तक 1465 किलोमीटर मार्ग का निर्माण किया था, जबकि वर्ष 2024 - 2025 में यह निर्माण 1288 किलोमीटर रहा है। बीते वर्ष की तुलना में इस माह में निर्माण कार्य की रफ्तार धीमी दर्ज की गई है। मंत्रालय ने मई 2024 तक लगभग 57925 करोड़ रुपए का पूंजीगत व्यय किया है, जो कि 2024 - 25 के पहले पांच माह के लिए लेखानुदान प्रावधान के तहत परिव्यय का लगभग 4255 फीसद है। इस दौरान बीते वर्ष यह 20.83 फीसद था, जो कि वर्ष 2024 -25 में बजट अनुमान का कुल 21.03 फीसद है। फरवरी 2019 में 25275 किलोमीटर मार्ग का निर्माण किया गया था और इस कार्य को दस दिन के अंदर पूरा किया गया था।