Heatwave in India: हीटवेव ने भारत में ऐसा रिकॉर्ड बनाया जो कोई नहीं देखना चाहता, बढ़ने वाली है चिंता
देश में इस बार गर्मी का भयंकर दौर देखने को मिला है। आलम ये चल रहा है कि अभी भी कई राज्य हीटवेव की चपेट में हैं, तापमा लगातार बढ़ता जा रहा है। कुछ राज्यों में बारिश शुरू हो चुकी है, मौसम भी सुधरा है, लेकिन जानकार मानते हैं कि आने वाले समय में स्थिति और खराब होगी। बदलता मौसम गर्मी के प्रकोप को और ज्यादा बढ़ाने का काम करेगा। इस बीच बताया जा रहा है कि इ, साल गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
क्या चेतावनी दी गई है?
इंडिया मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट के हेड Mrutyunjay Mohapatra ने एक मीडिया पोर्टल से बात करते हुए कहा है कि इस साल हीटवेव का सबसे लंबा दौर देखने को मिला है, अलग-अलग हिस्सों में 24 दिनों तक लगातार हीटवेव की स्थिति बनी रही है। अगर समय रहते उपया नहीं किया गया, बचाव नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में हीटवेव और ज्यादा प्रचंड रूप लेगी। मोहपात्रा ने इस बात पर भी जोर दिया कि देश की आबादी बढ़ती जा रही है, वातावरण में कॉर्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा भी काफी ज्यादा हो चुकी है, ऐसे में अपनी जिंदगी के साथ-साथ भविष्य की पीढ़ियों के लिए भी मुश्किलें खड़ी की जा रही हैं।
कहीं बारिश, कहीं गर्मी का कहर
अब इस चेतावनी के बीच चिंता की बात यह भी है कि गर्मी से लोगों को अभी भी राहत नहीं मिलने वाली है। मौसम विभाग का साफ कहना है कि अगले तीन से चार दिन उत्तर भारत को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ेगा। कुछ राज्यों के लिए तो येलो अलर्ट भी जारी कर दिया गया है, ऐसे में रिकॉर्ड गर्मी वाले मई के बाद जून में भी लू के थपेड़ों से दो-दो हाथ करने पड़ेंगे। वैसे उत्तर भारत में जरूर गर्मी का अनुमान है, लेकिन महाराष्ट्र को लेकर कहा जा रहा है कि वहां पर आने वाले दिनों में भारी बारिश हो सकती है। कई इलाकों के लिए प्रशासन द्वारा रेड अलर्ट भी जारी कर दिया गया है।
शहरों के लिए क्या बड़ा खतरा?
वैसे एक रिसर्च में दावा किया गया है कि दिल्ली, मुंबई, कोलकाता जैसे महानगरों की करोड़ों की आबादी के सामने आने वाले वक्त में शहरी लू झेलने का खतरा चार गुना तक बढ़ गया है। इसमें एक चेतावनी भी दी गई थी कि अब शहरियों को इस ‘अर्बन हीट’ के साथ रहना और लगातार उसका खतरा सहना सीखना होगा।