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गोपीचंद थोटाकुरा पर्यटक के रूप में अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले पहले भारतीय होंगे

रोमांचक यात्राओं के शौकीन थोटाकुरा ने हाल में तंजानिया के माउंट किलिमंजारो ज्वालामुखी की भी चढ़ाई की थी। आंध्र प्रदेश में जन्मे थोटाकुरा ने एंब्री-रिडल एअरोनाटिकल यूनिवर्सिटी से स्नातक किया है।
Written by: जनसत्ता | Edited By: Bishwa Nath Jha
नई दिल्ली | Updated: April 16, 2024 12:32 IST
गोपीचंद थोटाकुरा पर्यटक के रूप में अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले पहले भारतीय होंगे
गोपीचंद थोटाकुरा। फोटो -(इंडियन एक्सप्रेस)।
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पायलट गोपीचंद थोटाकुरा जल्द ही इतिहास रचने जा रहे हैं। पर्यटक के रूप में अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले पहले भारतीय बनने जा रहे हैं। वे अंतरिक्ष कंपनी ब्लू ओरिजिन के न्यू शेफर्ड-25 मिशन के लिए चालक दल के हिस्से के रूप में अंतरिक्ष की यात्रा करेंगे। उड़ान की तारीख जल्द ही घोषित की जाएगी। ब्लू ओरिजिन ने बताया कि गोपीचंद का जीवन रोमांच से भरा रहा है।

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उन्होंने गाड़ी चलाना सीखने से पहले ही विमान उड़ाना सीख लिया था। गोपी एक अनुभवी पायलट हैं, जिन्होंने विभिन्न प्रकार के विमानों बुश, एरोबेटिक और सीप्लेन, साथ ही ग्लाइडर और गर्म हवा के गुब्बारे उड़ाने और एक अंतरराष्ट्रीय मेडिकल जेट को उड़ाया है। हाल ही में वह माउंट किलिमंजारो के शिखर पर गए थे।

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भारतीय वायु सेना के पूर्व पायलट विंग कमांडर राकेश शर्मा 1984 में अंतरिक्ष में यात्रा करने वाले पहले भारतीय थे। थोटाकुरा के बारे में बताते हुए ब्लू ओरिजिन ने कहा कि वह विमान उड़ाने के अलावा एअरोबेटिक विमान और सीप्लेन के साथ ही गर्म हवा के गुब्बारे भी उड़ा चुके हैं। वह अंतरराष्ट्रीय चिकित्सा विमान पायलट के तौर पर भी काम कर चुके हैं।

रोमांचक यात्राओं के शौकीन थोटाकुरा ने हाल में तंजानिया के माउंट किलिमंजारो ज्वालामुखी की भी चढ़ाई की थी। आंध्र प्रदेश में जन्मे थोटाकुरा ने एंब्री-रिडल एअरोनाटिकल यूनिवर्सिटी से स्नातक किया है। उनके साथ मैसन एंजेल, स्लिवेन चिरोन, केनेथ एल हेस, कैरोल शालेर और वायुसेना के पूर्व कैप्टन एड ड्वाइट अंतरिक्ष में जाने वाले अन्य पर्यटकों में शामिल हैं।

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एक साक्षात्कार में थोटाकुरा ने इस अंतरिक्ष यात्रा के लिए अपने सपने व जुनून के बारे में बात की। इस दौरान उन्होंने बताया कि कैसे यह मिशन धरती माता की रक्षा करने की दिशा में काम कर रहा है और कैसे आगे अंतरिक्ष पर्यटन के लिए रास्ते खोल सकता है। यह थोटाकुरा के लिए बहुत गर्व और उत्साह का क्षण है। अपनी भावनाओं को जाहिर करते हुए वह कहते हैं, मेरे शब्दकोश में अभी अपनी भावनाओं को जताने के लिए कोई शब्द नहीं हैं।

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उन्होंने ब्लू ओरिजिन की टैगलाइन 'फार द बेनिफिट आफ अर्थ' (धरती के लाभ के लिए) पर जोर दिया और कहा कि उन्हें यह भी लगता है कि धरती मां की रक्षा करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि वह धरती मां की रक्षा करने के लिए ग्रह के बाहर जीवन और रोमांच की तलाश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष पर्यटन को बढ़ाने और उस क्षेत्र में आने के लिए एक निजी अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन खोलने के लिए नासा के साथ करार किया है। वह इस बात पर भी जोर देते हैं कि कोई भी व्यक्ति अपने सपनों को पूरा कर सकता है।

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