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Delhi Water Crisis: '10 साल से ऐसी ही है AAP सरकार की फितरत’, जल संकट के बीच LG ने उठाए व्यवस्था पर सवाल

Delhi Water Crisis: दिल्ली सरकार के पानी सप्लाई न करने वाले आरोपों पर हरियाणा ने कहा है कि उनकी तरफ से दिल्ली को पहले से ज्यादा सप्लाई की जा रही है।
Written by: न्यूज डेस्क
नई दिल्ली | Updated: May 31, 2024 19:48 IST
Delhi Water Crisis: दिल्ली में जल संकट पर वीके सक्सेना का बड़ा बयान (सोर्स - PTI/File)
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Delhi Water Crisis: दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से जलापूर्ति को लेकर संकट की स्थिति है, जिसके चलते लोगों को टैंकरों पर निर्भर रहना पड़ रहा है। इसको लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल की सरकार में मंत्री आतिशी ने हरियाणा सरकार पर जरूरी सप्लाई न करने का आरोप लगाया है। इसको लेकर अब दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने हमलावर रुख अपनाया है। वीके सक्सेना ने कहा है कि केजरीवाल सरकार की दूसरों पर आरोप लगाने की फितरत है।

दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने केजरीवाल सरकार पर हमलावर होते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से हम दिल्ली में जल संकट के प्रति दिल्ली सरकार का गैरजिम्मेदाराना रवैया देख सकते हैं। आज दिल्ली में लोग पानी के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर टैंकरों के पीछे भागते नजर आ रहे हैं लेकिन सरकार अपनी नाकामियों का ठीकरा दूसरे राज्यों पर फोड़ रही है। दिल्ली में 24 घंटे पानी की आपूर्ति का मुख्यमंत्री का वादा अब तक छलावा साबित हुआ है।

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वीके सक्सेना ने केजरीवाल सरकार को घेरा

एलजी विके सक्सेना ने कहा है कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश लगातार दिल्ली को अपने तय कोटे का पानी दे रहे हैं। इसके बावजूद आज दिल्ली में पानी की भारी किल्लत का सबसे बड़ा कारण यह है कि उत्पादित पानी का चौवन फीसदी हिस्सा इस्तेमाल नहीं हो पाता। पुरानी और जर्जर पाइपलाइनों के कारण आपूर्ति के दौरान 40 फीसदी पानी बर्बाद हो जाता है। पिछले 10 सालों में दिल्ली सरकार द्वारा हजारों करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं, लेकिन पुरानी पाइपलाइनों की मरम्मत या बदलाव नहीं किया जा सका और न ही पर्याप्त पाइप बिछाए गए।

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वीके सक्सेना ने कहा है कि यह पानी टैंकर माफिया द्वारा चुराकर गरीबों को बेचा जाता है। यह कितना दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक तरफ दिल्ली के अमीर इलाकों में औसतन 1.5 लाख लीटर पानी की बर्बादी हो रही है। प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 550 लीटर पानी की आपूर्ति की जा रही है, जबकि दूसरी ओर गांवों और मलिन बस्तियों में प्रति व्यक्ति औसतन केवल पंद्रह लीटर पानी की आपूर्ति की जा रही है।

'दिल्ली सरकार के खराब मैनेजमेंट के चलते पानी की कमी'

दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा कि पिछले 10 सालों में अपनी अक्षमता को छुपाना दिल्ली सरकार की आदत बन गई है। वे अपनी हर विफलता के लिए दूसरों को दोषी ठहराते हैं और सोशल मीडिया प्रेस, कॉन्फ्रेंस और कोर्ट केस करके और जनता को गुमराह करके अपनी जिम्मेदारियों से बचते हैं। मेरा मानना ​​है कि दिल्ली में पानी की यह कमी केवल सरकार के प्रबंधन के कारण है।

बता दें कि हरियाणा के मंत्री अभय सिंह ने सीधे तौर पर दिल्ली सरकार द्वारा आपूर्ति न करने के आरोपों को नकारा है। अभय सिंह ने कहा कि हरियाणा दिल्ली को पहले से ज्यादा पानी सप्लाई कर रहा है।

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AAPArvind KejriwalBJPDelhi
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