चंद्रयान-4 को लेकर आई बड़ी अपडेट, जानिए ISRO प्रमुख सोमनाथ ने क्या कहा
चंद्रयान-4 मिशन को लेकर इसरो प्रमुख ने बड़ा दावा किया है। ISRO चेयरमैन डॉ. एस सोमनाथ ने कहा कि चंद्रयान-4 मिशन एक ऐसा कॉन्सेप्ट है, जिसे अपग्रेडेड वर्जन में विकसित कर रहे हैं। सोमनाथ ने कहा कि स्पेस रिसर्च एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है और भारत इसपर तेजी से काम कर रहा है। सोमनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2040 में चंद्रमा पर उतरने का लक्ष्य रखा है, जिस पर इसरो लगातार काम कर रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐलान किया है कि एक भारतीय 2040 तक चंद्रमा की सतह पर उतरेगा। इस मिशन के तहत व्यक्ति चंद्रयान-4 से चंद्रमा पर जाकर सैंपल इकट्ठा करेगा और उसे वापस धरती पर लेकर आएगा।
चंद्रयान 3 में मिली थी सफलता
हाल ही में भारत को चंद्रयान 3 में बड़ी सफलता हासिल हुई थी। 14 जुलाई 2003 को चंद्रयान-3 लांच किया गया था और 23 अगस्त को इसने चंद्रमा के साउथ पोल पर सॉफ्ट लैंडिंग की थी। भारत चंद्रमा के साउथ पोल पर लैंडर भेजने वाला पहला देश बन गया था।
इसरो प्रमुख सोमनाथ ने कहा कि चंद्रयान 3 की सफलता के बाद अब वैज्ञानिक चंद्रयान मिशन-4 पर काम कर रहे हैं। इस मिशन को लॉन्च करने से पहले चंद्रमा के बारे में हर तरह की जानकारियां इकट्ठा करने के लिए छोटे-छोटे क्राफ्ट भेजे जाएंगे। उन्होंने कहा कि हमें मिलने वाले फीडबैक के आधार पर ही आगे कदम उठाए जाएंगे। युवाओं के लिए भी इसरो कई प्रोजेक्ट चला रहा है और उन्हें सर्टिफिकेट कोर्स भी कराए जा रहे हैं।
चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग के दौरान कैंसर से जूझ रहे थे इसरो प्रमुख
चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग के दौरान इसरो प्रमुख एस सोमनाथ कैंसर बीमारी से जूझ रहे थे। भारत के सूर्य मिशन आदित्य एल-1 की लॉन्चिंग के समय ही उन्हें इस बात का पता चला। इसरो चीफ ने कुछ दिन पहले बताया था कि उन्हें आदित्य मिशन के लॉन्चिंग के तुरंत बाद स्कैन कराना पड़ा और तब इस बीमारी का पता चला। हालांकि अब वह पूरी तरह ठीक हो गए हैं और दवाइयां चल रही हैं। चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग के दौरान भी उन्हें परेशानी हुई थी और इसकी जानकारी उनके साथी वैज्ञानिकों को भी थी। सभी परेशान हो गए थे लेकिन उन्होंने पूरी तरह से हालात को संभाला और वैज्ञानिकों का समर्थन किया।