डॉक्टरों ने ही बंद कराया था केजरीवाल का इंसुलिन, झूठ बोल रही AAP : LG वीके सक्सेना
Delhi Arvind Kerjiwal: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 1 अप्रैल से तिहाड़ जेल में न्यायिक हिरासत पर हैं, उनके स्वास्थ्य को लेकर दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (Aam Adami Party) ने हंगामा कर दिया है। आप नेताओं का दावा है कि अरविंद केजरीवाल शुगर की बीमारी से पीड़ित हैं लेकिन उन्हें इंसुलिन की डोज नहीं दी जा रही है, जो कि उनके स्वास्थ्य के साथ ही, उनकी जान के लिए भी एक बहुत बड़ा खतरा है। इसको लेकर जारी सियासत के बीच अब दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना (Delhi LG VK Saxena) का बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने दावा किया है कि दिल्ली के सीएम केजरीवाल के डॉक्टरों ने ही उनको इंसुलिन देने पर रोक लगाई गई थी।
उपराज्यपाल वीके सक्सेना के दफ्तर द्वारा जारी बयान के मुताबिक तिहाड़ जेल प्रशासन ने केजरीवाल के स्वास्थ्य पर जो रिपोर्ट सौंपी थी, उससे आम आदमी पार्टी का झूठ पकड़ा गया है। LG दफ्तर के बयान के मुताबिक केजरीवाल के स्वास्थ्य को लेकर आम आदमी पार्टी द्वारा जो दावे किए जा रहे हैं, वह सभी तेलंगाना के निजी क्लीनिक के उपचार पर आधारित है।
वीके सक्सेना के दफ्तर द्वारा जारी बयान के मुताबिक अरविंद केजरीवाल इंसुलिन रिवर्सल पर थे और डॉक्टर ने उनकी गिरफ्तारी से काफी दिन पहले ही इंसुलिन की डोज बंद कर दी थी। दिल्ली के स्वास्थ्य सिस्टम को लेकर आम आदमी पार्टी के दावे पर भी हमला बोला और कहा कि उन्हें केजरीवाल चोरी छिपे दक्षिण में जाकर इलाज करना पड़ रहा है।
तेलंगाना में निजी डॉक्टर से इलाज करा रहे थे केजरीवाल
एलजी दफ्तर द्वारा जारी बयान में जेल से आई रिपोर्ट का जिक्र किया गया है। इसके मुताबिक अरविंद केजरीवाल तेलंगाना स्थित निजी डॉक्टर से इलाज करा रहे थे और उनके डॉक्टर ने उन्हें इंसुलिन की डोज देना बंद कर दिया था। वह एंटी-डायबिटीज टैबलेट मेटफॉर्मिन ले रहे थे। तिहाड़ जेल में मेडिकल चेक-अप के दौरान केजरीवाल ने डॉक्टरों को बताया कि वह पिछले कुछ सालों तक इंसुलिन ले रहे थे। कुछ महीने पहले कथित तौर पर तेलंगाना के डॉक्टर ने इंसुलिन लेना बंद कर दिया था।
आरएमएल अस्पताल की मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक केजरीवाल को न तो किसी इंसुलिन की सलाह दी गई थी और न ही किसी इंसुलिन की जरूरत बताई गई थी। 10 और 15 अप्रैल को केजरीवाल के स्वास्थ्य की समीक्षा की गई और उन्हें डायबिटीज के लिए टैबलेट देने की सलाह दी गई थी। यह कहना गलत है कि केजरीवाल को उनके इलाज के दौरान किसी भी समय इंसुलिन से इनकार किया गया था।
आतिशी ने बोला बीजेपी पर हमला
विशेषज्ञ डॉक्टरों ने केजरीवाल की जांच करने के बाद यह भी कहा है कि न्यायिक हिरासत में रहने के बाद से केजरीवाल का ब्लड शुगर लेवल चिंताजनक नहीं है और उन्हें इंसुलिन की भी फिलहाल जरूरत नहीं है। एक तरफ जहां एलजी का बयान आया है तो दूसरी तरफ इस पर एलजी की तरफ से जारी इस बयान पर आम आदमी पार्टी ने भी प्रतिक्रिया दी। केजरीवाल की मंत्री आतिशी ने कहा कि तिहाड़ को रिपोर्ट से बीजेपी की साजिश का खुलास हो गया है। कोई भी डॉक्टर बता देगा 300 शुगर लेवल खतरनाक होता है।
आतिशी ने दावा किया कि बीजेपी के कहने पर केजरीवाल को जेल में मारने की साजिश चल रही है। CM केजरीवाल को इंसुलिन देने में जेल प्रशासन को क्यों दिक्कत है। 12 साल से वह इंसुलिन ले रहे हैं।