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Mother's Day 2024 Date, History: बड़ी दिलचस्प है मदर्स डे की कहानी! हर बच्चा उस संडे लौटता था अपनी मां के पास…

Mother's Day 2024 Date, History and Significance (मदर्स डे 2024): एक बेटी की अपनी मां को श्रद्धांजलि थी 'मदर्स डे', जानें फिर दुनिया इसे क्यों मनाने लगी? इसके अलावा भी इस दिन के साथ कई कहानियां जुड़ी हुई हैं। आइए, जानते हैं मदर्स डे क्यों मनाया जाता है।
Written by: pallavi kumari
नई दिल्ली | Updated: May 12, 2024 06:28 IST
mother s day 2024 date  history  बड़ी दिलचस्प है मदर्स डे की कहानी  हर बच्चा उस संडे लौटता था अपनी मां के पास…
Mother's Day Date History and Significance: मदर्स डे क्यों मनाया जाता है, आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से। (P.C. Insta)
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Mother's Day 2024 Date History and Significance (मदर्स डे 2024): हम में से हर कोई अपनी मां से सबसे ज्यादा जुड़ाव महसूस करता है। ये जीवन की शुरुआत से होता है और जीवन के अंत तक बना रहता है। मां हर किसी के लिए वो खास इंसान होती है जिससे एक बच्चा अपने जीवन की शुरुआती गुण सीखता है। हम बड़े हो जाते हैं मां बूढ़े होने लगती है और फिर इस व्यस्त जीवन में हम मां के पास ही लौटना भूल जाते हैं। ऐसे ही लोगों के लिए अपने मां के पास लौटने का दिन है मदर्स डे। इसे दिन को मनाने की शुरूआत भी कुछ ऐसी ही कहानी से हुई थी। आइए, जानते हैं इस खास कहानी के बारे में।

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मदर्स डे क्यों मनाया जाता है?

मदर्स डे की शुरूआत की बात करें तो इसका इतिहास प्राचीन यूनानियों और रोमनों से लगाया जा सकता है, जो मातृ देवी रिया और साइबेले के सम्मान में इस त्योहार आयोजित करते थे। इसे मदरिंग संडे (Mothering Sunday) के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल, एक समय यूनाइटेड किंगडम और यूरोप के कुछ हिस्सों में यह एक प्रमुख परंपरा थी। यह उत्सव ईसाई चर्च में लेंट, यानी ईस्टर के बाद के चौथे रविवार को मनाया जाता था। मूल रूप से इसे ऐसे समय के रूप में देखा जाता था जब श्रद्धालु अपने "मातृ चर्च" में लौट आते थे यानी उस चर्च में लौट आना जो उनके घर के आसपास का मुख्य चर्च हो। फिर इसे लोग घर लौटने यानी अपनी मां के पास लौटने वाले दिन के रूप में मनाने लगे।

1914 अन्ना जार्विस की वजह मनने लगा Mothers' Day

1900 के दशक में ऐन रीव्स जार्विस की बेटी अन्ना जार्विस (Anna Jarvis) के प्रयासों के परिणामस्वरूप मदर्स डे मनाया जाने लगा। दरअसल, 1905 में अपनी मां की मृत्यु के बाद, एना जार्विस ने अपने बच्चों के लिए माताओं द्वारा किए गए बलिदान का सम्मान करने के एक तरीके के रूप में मातृ दिवस की कल्पना की। इसके बाद मई 1908 में उन्होंने वेस्ट वर्जीनिया के ग्राफ्टन में मेथोडिस्ट चर्च में पहला आधिकारिक मदर्स डे समारोह आयोजित किया। उस दिन इस कार्यक्रम में हजारों लोग शामिल हुए।

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अपने पहले मातृ दिवस की सफलता के बाद, जार्विस - जो पूरी जिंदगी अविवाहित और निःसंतान रहीं और इस दिन को छुट्टी के रूप में राष्ट्रीय कैलेंडर में जोड़ने का संकल्प लिया। यह तर्क देते हुए कि अमेरिकी छुट्टियां पुरुष उपलब्धियों के प्रति पक्षपाती हैं, उन्होंने समाचार पत्रों और प्रमुख राजनेताओं को मातृत्व का सम्मान करने के लिए एक विशेष दिन अपनाने का आग्रह करते हुए एक विशाल पत्र लेखन अभियान शुरू किया।

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मई के दूसरे रविवार को मनाया जाता है मदर्स डे

1912 तक कई राज्यों, कस्बों और चर्चों ने मदर्स डे को वार्षिक अवकाश के रूप में अपनाया था और जार्विस ने अपने उद्देश्य को बढ़ावा देने में मदद के लिए मदर्स डे इंटरनेशनल एसोसिएशन की स्थापना की थी। उनकी दृढ़ता का फल 1914 में मिला जब राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने आधिकारिक तौर पर मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे के रूप में स्थापित करने वाले एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस तरह लोग मदर्स डे मनाने लगे। इस बार ये दूसरा रविवार 12 मई को है इसलिए मदर्स डे 12 मई 2024 को मनाया जा रहा है।

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