ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर में हुए ब्लास्ट की जांच की CID के हवाले, बीजेपी कर रही NIA जांच की मांग
पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले के एगरा इलाके में एक अवैध पटाखा कारखाने में मंगलवार को हुए विस्फोट की जांच सीआईडी ने शुरू कर दी। फॉरेन्सिक टीम पहले से मौके का मुआयना कर रही है। फॉरेन्सिक एक्सपर्ट्स ने अवैध पटाखा कारखाने और उसके पास के खादिकुल गांव में विस्फोट के कारण ढह चुके मकानों से नमूने एकत्र करना शुरू कर दिया है। इस ब्लास्ट में मरने वालों की तादाद 9 तक पहुंच चुकी है।
ओडिशा की सीमा के पास स्थित गांव में लोकल पुलिस तैनात की गई है। पुलिस ने मंगलवार को हुए विस्फोट को लेकर एक FIR दर्ज की है। पुलिस का कहना है कि मौके से नमूने एकत्रित किए जा रहे हैं। उन्हें जांच के लिए भेजा जाएगा, ताकि पटाखे बनाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री का पता लगाया जा सके। सीआईडी की टीम गवाहों और विस्फोट में मारे गए लोगों के परिवार के सदस्यों से पूछताछ करेगी। सरकार का कहना है कि घायलों में से पांच की हालत गंभीर है। एक महिला की हालत बेहद नाजुक है। अन्य चार की हालत भी खतरे से बाहर नहीं कही जा सकती।
शुभेंदु अधिकारी बोले- एनआईए करे मामले की जांच
उधर, भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी बुधवार को सुबह खादिकुल गांव पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से बातचीत की और पड़ोस की इमारत की छत से उस मकान को देखा जहां पटाखे बनाने का कारखाना था। उन्होंने विस्फोट की जांच एनआईए से कराने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि वह और उनकी पार्टी के कार्यकर्ता केंद्रीय एजेंसी से जांच की मांग को लेकर एक रैली करेंगे। पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हम चाहते हैं कि मामले की जांच एनआईए से कराई जाए। हम चाहते हैं कि सच सामने आए और दोषियों को दंडित किया जाए।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा था कि अगर एनआईए मामले की जांच शुरू करती है तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी। उन्होंने मीडिया से कहा था- हमें कोई आपत्ति नहीं है। यह भाजपा नेताओं का जिला है। एनआईए जांच करना चाहे तो सरकार को दिक्कत नहीं है।