'Siddu ने उठाया था ढाई लाख करोड़ का कर्ज', CM के खिलाफ प्राइमरी टीचर की फेसबुक पोस्ट पर कर्नाटक में बवाल, सस्पेंड
कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार आने के बाद सीएम सिद्धरमैया ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। प्राइमरी स्कूल के एक टीचर को महज इस वजह से सस्पेंड कर दिया गया, क्योंकि उसने फेसबुक पोस्ट में सीएम के खिलाफ आपत्तिजनक बात लिखी थी। सरकार ने सिविल सर्विसेज रूल्ज 1966 के तहत होसदुर्गा तालुका के प्राइमरी शिक्षक शांता मूर्ति एमजी के खिलाफ कार्रवाई रकी गई। उसके खिलाफ जांच भी शुरू की गई है।
शांता मूर्ति ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा कि सिद्धरमैया मनमुताबिक Freebies का ऐलान कर सकते हैं, क्योंकि पहले सीएम रहते उन्होंने बेतहाशा कर्ज लिया था। टीचर ने लिखा कि सीएम रहते एसएम कृष्णा ने 3590, धर्म सिंह ने 15,635, एचडीके ने 3545, बीएसवाई ने 25,653, एस गौड़ा ने 9464, जे शेट्टार ने 13,464, सिद्दू (सिद्धरमैया) ने 2,42,000 का कर्ज लिया था। टीचर ने लिखा कि एसएम कृष्णा से लेकर जगदीश शेट्टार तक के कार्यकाल में कर्नाटक पर 71,331 करोड़ का कर्ज था। लेकिन सिद्दू ने अपने कार्यकाल में अकेले ही 2,42,000 का कर्ज सूबे पर लाद दिया।
वाट्सऐप ग्रुप पर वायरल हुई पोस्ट तो एक्शन में आ गया CMO
बताया जाता है कि सरकार को इस फेसबुक पोस्ट का पता तब चला जब ये वाट्सऐप ग्रुप पर वायरल हो गई। उसके बाद सीएमओ एक्शन में आया और चित्रदुर्ग के शिक्षक को 6 माह के लिए सस्पेंड करने का आदेश जारी किया गया। सस्पेंडेड टीचर स्कूल में गणित पढ़ाता है। शिक्षा विभाग का कहना है कि उसके बच्चों के साथ आत्मीय संबंध हैं। उधर शिक्षक ने भी सारे मामले से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि ये उसके दोस्त की शरारत थी।
अमित मालवीय ने कांग्रेस पर साधा निशाना- बोले ये ज्यादती
प्राइमरी टीचर ने अपनी पोस्ट उसी दिन लिखी जिस दिन सिद्धरमैया ने सीएम पद की शपथ ली थी और इसके बाद 5 बड़े ऐलान किए थे। टीचर की सस्पेंशन के बाद बीजेपी की आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि उसने केवल इतना ही लिखा था कि सिद्धरमैया Freebies का ऐलान कर सकते हैं, क्योंकि उनके कार्यकाल में हमेशा से ही कर्नाटक पर बेतहाशा कर्ज बढ़ा।
कांग्रेस ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि हम लोकतंत्र का सम्मान करते हैं। लेकिन कोई एजेंडा चलाकर सरकार को बदनाम करेगा तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। कांग्रेस का कहना है कि समाज का भाईचारा बिगाड़ने की अनुमति किसी को नहीं दी जाएगी।