Lok Sabha Chunav 2024: पंजाब में एक-दूसरे पर हमला करने से बच रहे हैं कांग्रेस और आप के बड़े नेता
इंडिया गठबंधन में शामिल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने पंजाब में सभी 13 सीटों पर एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार उतारे हैं। इन दोनों दलों का स्थानीय नेतृत्व भले ही एक-दूसरे पर हमले कर रहा हो लेकिन दिल्ली से आए इन पार्टियों के स्टार प्रचारक ऐसा करने से बचते हैं।
AAP-Congress Alliance: पंजाब में नहीं हुआ आप-कांग्रेस का गठबंधन
पंजाब में 2022 के विधानसभा चुनाव में सीधी टक्कर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच ही थी। दोनों ही दलों के स्थानीय नेतृत्व लोकसभा चुनाव में गठबंधन नहीं चाहते थे और वे इस मामले में पार्टी हाईकमान को मनाने में भी कामयाब रहे।
पंजाब में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के स्टार प्रचारक अपनी चुनावी रैलियों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला करते हैं। वह इस दौरान लोगों को लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करने के लिए कहते हैं और बताते हैं कि इसके लिए बीजेपी को सत्ता में वापस लौटने से रोकना जरूरी है।
कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए प्रचार करने के दौरान राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने पंजाब में सरकार चला रही आम आदमी पार्टी पर हमला करने से परहेज किया। इसी तरह आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने भी कांग्रेस के खिलाफ कुछ गलत नहीं बोला।
Rahul Gandhi: राहुल बोले- संविधान बदल सकते हैं मोदी
अमृतसर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के नेता चुनाव में जीत हासिल करते हैं तो वे संविधान को बदल सकते हैं या इसे खत्म कर सकते हैं। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी सरकार पर अपने 10 साल के शासनकाल में किसानों के लिए कुछ नहीं करने का आरोप भी लगाया और कहा कि उन्होंने किसानों को 2020-21 में हुए किसान आंदोलन के दौरान आतंकवादी बताने की कोशिश की।
प्रियंका गांधी ने बीते शनिवार को खन्ना में हुई एक चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही निशाने पर रखा। प्रियंका ने अपने भाषण में किसानों से जुड़े मुद्दे और महंगाई को उठाया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाब के जज्बे को समझने में फेल रहे हैं।
AAP Arvind Kejriwal: केजरीवाल के निशाने पर रहे मोदी
आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने भी फिरोजपुर में एक चुनावी रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ही हमला किया। केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उन्हें, दिल्ली में उनकी कैबिनेट के सहयोगियों और अपने राजनीतिक विरोधियों को जेल में डाल दिया है। केजरीवाल ने मोदी और बीजेपी पर राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का राजनीतिकरण करने का आरोप भी लगाया।
इसके उलट अगर आप पंजाब में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के स्थानीय नेतृत्व को देखेंगे तो ऐसा बिल्कुल नहीं दिखाई देता। आम आदमी पार्टी के नेता और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान चुनाव प्रचार के दौरान कई बार कह चुके हैं कि उनकी पार्टी पंजाब की सभी 13 सीटों पर जीत दर्ज करेगी लेकिन कांग्रेस के नेता इस बात के लिए उनका मजाक उड़ाते हैं और वह अपनी पार्टी के लिए इसी तरह के चुनाव नतीजों की भविष्यवाणी करते हैं।
कांग्रेस लोकसभा चुनाव में मुख्यमंत्री भगवंत मान के कट्टर आलोचक और पार्टी के विधायक सुखपाल सिंह खैहरा को उसी संगरूर सीट से लड़ा रही है, जहां से 2019 में खुद भगवंत मान चुनाव जीते थे।
हाल ही में चंडीगढ़ में हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस ने पंजाब में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन इसलिए नहीं किया क्योंकि पंजाब के लोगों ने कांग्रेस को 2022 के विधानसभा चुनाव में विपक्ष में बैठने का जनादेश दिया था। जयराम रमेश ने इस बात पर जोर दिया था कि लोकसभा में दोनों ही दलों के पंजाब के सांसद इंडिया गठबंधन के सदस्य के तौर पर काम करेंगे।
Punjab BJP: पहली बार अकेले चुनाव लड़ रही है बीजेपी
दूसरी ओर, यह पहला मौका है जब बीजेपी पंजाब में अकेले चुनाव मैदान में उतरी है और सभी 13 सीटों पर लड़ रही है। ऐसा लगता है कि पिछले चुनाव के मुकाबले भाजपा का वोट प्रतिशत कुछ बढ़ सकता है लेकिन अगर पंजाब के पूरे चुनावी परिदृश्य को देखें तो यह 13 में से अधिकतर सीटों पर बड़ी चुनौती के रूप में नहीं दिखाई देती।
लंबे वक्त तक बीजेपी के साथ गठबंधन में रहे शिरोमणि अकाली दल उसे मिले लगातार झटकों के बाद खुद को खड़ा करने की कोशिश कर रहा है। अकाली दल इस मुद्दे पर वोट मांग रहा है कि वह चुनाव मैदान में पंजाब की एकमात्र क्षेत्रीय पार्टी है और अकेले पंजाब के लोगों की हितों की रक्षा कर सकता है।
Bhagwant Mann: बादल परिवार पर हमलावर हैं मान
शिरोमणि अकाली दल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और बीजेपी के केंद्रीय नेताओं के रडार पर नहीं है लेकिन मुख्यमंत्री भगवंत मान लगातार शिरोमणि अकाली दल पर हमला करते हैं। वह पंजाब के लोकगीत ‘किकली कलीर दी 2.0’ का सहारा लेकर बादल परिवार पर हमला करते हैं। भगवंत मान यह भी कहते हैं कि 2024 के लोकसभा चनाव में बादल परिवार का अंत हो जाएगा।