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Election 2024: राजनीतिक दांव-पेंच में सामने आते रहे हैं MMS, बेटे की नंगी तस्वीर छपने के कारण PM नहीं बन पाए थे जगजीवन राम!

Karnataka: हासन लोकसभा क्षेत्र से सांसद और एनडीए उम्मीदवार प्रज्वल रेवन्ना के कई कथित ‘अश्लील वीडियो’ सामने आए हैं।
Written by: Ankit Raj
नई दिल्ली | Updated: April 28, 2024 21:55 IST
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सांसद प्रज्वल रेवन्ना के कई कथित ‘अश्लील वीडियो’ सामने आए हैं। (PC- FB)
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भारत के पूर्व प्रधानमंत्री के पोते और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी के भतीजे, सांसद प्रज्वल रेवन्ना के कई कथित ‘अश्लील वीडियो’ सामने आए हैं। कई महिलाओं के साथ अनेक कथित ‘अश्लील वीडियो’ सामने आने के बाद कर्नाटक सरकार ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है।

जर्मनी निकल गए रेवन्ना

कथित ‘अश्लील वीडियो’ की चर्चा गर्म होने के बाद रेवन्ना जर्मनी चले गए हैं। हालांकि एचडी कुमारास्वामी ने कहा है कि उनके जर्मनी जाने का इससे कोई लेना देना नहीं है। अगर जांच में रेवन्ना की जरूरत पड़ी तो उसे वापस लाना एसआईटी है।

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मीडिया से बातचीत में अपने भतीजे को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा है कि वह कोई भी टिप्पणी करने से पहले तथ्यों के सामने आने का इंतजार करेंगे। उन्होंने संदेह जताया है कि मामला चुनाव के बीच सामने आया है, इसलिए कुछ भी कहने से पहले तथ्यों को सामने आने देना चाहिए।

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सांसद और उम्मीदवार हैं प्रज्वल रेवन्ना

प्रज्वल रेवन्ना 33 साल के हैं। वह पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा के बड़े बेटे और विधायक रेवन्ना देवगौड़ा के बेटे हैं। पिछले आम चुनाव में प्रज्वल रेवन्ना कर्नाटक के हासन से सांसद चुने गए थे। 2024 का लोकसभा चुनाव भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल हो कर लड़ रही जेडीएस ने रेवन्ना को फिर से हासन का उम्मीदवार बनाया है। हासन सीट पर मतदान 26 अप्रैल को हो चुका है।

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मतदान से कुछ दिन पहले ही रेवन्ना के कथित वीडियो सामने आए थे। क्षेत्र में उसे शेयर किया जा रहा था। दावा किया जा रहा है कि वीडियो में रेवन्ना हैं। विपक्ष उन पर महिलाओं के शोषण का आरोप लगा रही है। प्रज्वल रेवन्ना ने कांग्रेस पार्टी के श्रेयस पटेल के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ा था।

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इस बीच जेडीएस की सहयोगी भाजपा ने खुद को इस विवाद से अलग कर लिया है। भाजपा की राज्य इकाई के मुख्य प्रवक्ता एस प्रकाश ने कहा, "एक पार्टी के रूप में हमारा वीडियो से कोई लेना-देना नहीं है और न ही हमें कथित सेक्स स्कैंडल में राज्य सरकार द्वारा घोषित एसआईटी जांच पर कोई टिप्पणी करनी है।"

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कर्नाटक की राजनीति में परिवारवाद- राधाकृष्ण (ऊपर) को कांग्रेस ने, जबकि एचडी कुमारस्वामी (बाएं) को जेडीएस ने और बीवाई राघवेंद्र (दाएं) को बीजेपी ने चुनाव मैदान में उतारा है।

चुनाव के दौरान कथित एमएमएस आने के मामले

भारत में चुनाव के दौरान कथित अश्लील तस्वीर और वीडियो सामने आने का इतिहास रहा है। आपातकाल के ठीक बाद हुए आम चुनाव (1977) के परिणाम आने के साथ भारतीय राजनीति के दिग्गज दलित नेता जगजीवन राम के बेटे सुरेश राम की नंगी तस्वीर एक मैगजीन में छप गई थी।

दरअसल, इंदिरा गांधी के आपातकाल के विरोध में जगजीवन राम कांग्रेस छोड़कर, जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। आपातकाल के बाद हुए चुनाव में जनता पार्ट की सरकार बनीcs थी। उस सरकार में जगजीवन राम रक्षा मंत्री बने थे। हालांकि वह प्रधानमंत्री बनना चाहते थे। इसके लिए बातचीत चल भी रही थी। लेकिन उससे पहले ही उनके बेटे की एक लड़की के साथ संभोग करते तस्वीर सूर्या मैगजीन में छप गई। तब सूर्या मैगजीन की संपादक इंदिरा गांधी की छोटी बहू मेनका गांधी हुआ करती थीं। विस्तार से पढ़ने के लिए फोटो पर क्लिक करें:

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बाएं से - जगजीवन राम और जेएनयू कैंपस (फोटो क्रेडिट- इंडियन एक्सप्रेस)

मेनका गांधी के बेटे वरुण का बना सेक्स टेप!

जिस तरह, जगजीवराम के बेटे की नंगी तस्वीर छापकर मेनका गांधी ने जगजीवन राम और उनके परिवार पर दाग लगाया। ठीक उसी तरह का दाग कुछ दशक बाद मेनका के बेटे पर भी लगा। 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले मेनका पुत्र वरुण गांधी का कथित सेक्स टेप सामने आया था। मीडिया में छपी रिपोर्ट्स के मुताबिक, वरुण गांधी रोमैनिया की एक कॉल गर्ल के संभोग में लगे थे, तभी उनका वीडियो बना लिया गया था। इस टेप के सामने आने से पहले वरुण के समर्थक उन्हें उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रहे थे। लेकिन टेप आने के बाद उनका करियर लगातार लुढकता गया। इस चुनाव में आलम ये है कि उन्हें भाजपा ने टिकट तक नहीं दिया है।

कांग्रेस नेता का वीडियो बना राष्ट्रीय चर्चा का विषय

साल 2012 में हिमाचल प्रदेश चुनाव से कुछ माह पहले कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी का कथित एमएमएस सामने आया था। वीडियो के इंटरनेट पर आते ही राष्ट्रीय चर्चा का विषय बन गया था। भाजपा नेत्री मीनाक्षी लेखी ने अभिषेक मनु सिंघवी पर एक बहुत बड़े अपराध पर पर्दा डालने का आरोप लगाया था।

भाजपा ने अपने नेता को पार्टी से निकाल दिया

साल 2013 में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के चार महीने पहले भाजपा के तत्कालीन वरिष्ठ नेता राघवजी की 22 सेक्स सीडी सामने आई थी। सीडी में प्रदेश के तत्कालीन वित्त मंत्री राघवजी अपने नौकर के साथ कुछ आपत्तिजनक स्थिति में दिखे थे। इसके बाद, राघवजी को मंत्री पद छोड़ना पड़ा, भाजपा ने पार्टी से निकाल दिया और उनका राजनीतिक करियर फिर कभी पटरी पर नहीं आ सका। हालांकि 10 महीना पहले जबलपुर हाईकोर्ट की सिंगल बेंच राघवीजी को बरी कर दिया था।

2017 में गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले पाटीदार आंदोलन के युवा नेता (अब भाजपा नेता) हार्दिक पटेल का कथित अश्लील वीडियो सामने आया था। कुल मिलाकर बात ये है कि चुनाव के आस पास नेताओं के इस तरह के वीडियो और फोटो सामने आते रहे हैं।

कर्नाटक विधानसभा में 'अश्लील फिल्म' देखते पाए गए थे भाजपा नेता

कर्नाटक पहले भी इस तरह के मामलों के लिए चर्चा में रहा है। राज्य विधानसभा की मीडिया गैलरी में स्थित समाचार चैनलों ने मंत्रियों को फोन पर क्लिप देखते हुए रिकॉर्ड कर लिया था। मीडिया द्वारा बनाए वीडियो में सावदी को मोबाइल फोन पर एक क्लिप देखते और फिर उसे पाटिल को दिखाते हुए दिखाया गया है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, वीडियो में एक महिला को नाचते, कपड़े उतारते और फिर संभोग करते हुए दिखाया गया है। इस घटना से भाजपा को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा था।

कर्नाटक में बढ़ रहे हैं महिलाओं के खिलाफ अपराध

कर्नाटक में महिलाओं पर अत्याचार बढ़ रहे हैं। महिलाओं को अपने प्रियजनों या करीबी लोगों से जान का ख़तरा झेलना पड़ रहा है। सिटी क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (CCRB) के अनुसार, "2023 में कर्नाटक में महिलाओं के खिलाफ कुल 3,260 मामले दर्ज किए गए। यह 2022 और 2021 की तुलना में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में क्रमशः 23.9 और 61 प्रतिशत की वृद्धि है।"

डेक्कन हेराल्ड की रिपोर्ट के अनुसार, सीसीआरबी ने दावा किया, "2023 में दर्ज किए गए इन मामलों में, छेड़छाड़ के मामले 1,135 मामलों के साथ चार्ट में सबसे ऊपर थे, इसके बाद दहेज के मामले (1,007) थे।"

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Background Credit- Freepik)
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