scorecardresearch
For the best experience, open
https://m.jansatta.com
on your mobile browser.

क्यों फैजाबाद की पांच में से चार विधानसभा सीटें हारी बीजेपी?, हाई लेवल मीटिंग में सामने आए कई कारण

फैजाबाद लोकसभा सीट से इंडिया गठबंधन की ओर से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अवधेश प्रसाद ने यहां से लगातार दो बार चुनाव जीत चुके बीजेपी के पूर्व सांसद लल्लू सिंह को हराया है।
Written by: Pawan Upreti
Updated: June 24, 2024 21:19 IST
क्यों फैजाबाद की पांच में से चार विधानसभा सीटें हारी बीजेपी   हाई लेवल मीटिंग में सामने आए कई कारण
फैजाबाद (अयोध्या) में हार बीजेपी के लिए बड़ा झटका है। (Source-PTI)
Advertisement

बीजेपी इन दिनों लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में पार्टी को मिली हार के कारणों की समीक्षा कर रही है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही और जयवीर सिंह अयोध्या में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक लेने के लिए पहुंचे थे। इस बैठक में पार्टी की हार के कारणों पर चर्चा हुई। बताना होगा कि फैजाबाद (अयोध्या) में पार्टी की हार की समीक्षा उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी भी कर चुके हैं।

फैजाबाद सीट पर बीजेपी की हार को इसलिए बड़ी हार मान गया था क्योंकि बीजेपी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का अपना वादा पूरा किया था।

Advertisement

पार्टी के नेताओं ने लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान देशभर में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के मुद्दे का जिक्र अपनी चुनावी सभाओं में किया था लेकिन इस सबके बाद भी बीजेपी को यहां 54,567 वोटों के अंतर से हार मिली और यह निश्चित रूप से पार्टी के लिए एक बहुत बड़े झटके की तरह है।

narendra Modi
चुनाव में नहीं चला राम मंदिर का मुद्दा? (Source-PTI)

पांच में से चार विधानसभा सीटें हारी बीजेपी

लोकसभा चुनाव 2024 में फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र में तो बीजेपी को हार मिली ही, इस लोकसभा क्षेत्र के अंदर आने वाली पांच में चार विधानसभा सीटों पर भी बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा। फैजाबाद लोकसभा सीट से इंडिया गठबंधन की ओर से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अवधेश प्रसाद ने यहां से लगातार दो बार चुनाव जीत चुके बीजेपी के पूर्व सांसद लल्लू सिंह को हराया है।

Advertisement

द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री और अयोध्या जिले के प्रभारी सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि हम लोकसभा चुनाव और विकास कार्यों को लेकर समीक्षा बैठक कर रहे थे। चुनाव की समीक्षा बैठक पार्टी संगठन के लोगों के साथ थी और जिला प्रशासन के पांच अफसरों के साथ विकास कार्यों को लेकर एक अलग से बैठक रखी गई थी।

Advertisement

शाही ने बताया कि महंत राजू दास को बैठक में नहीं बुलाया गया था लेकिन वह वहां पहुंच गए। उनके और डीएम के बीच मेरे सामने बैठक में कुछ नहीं हुआ इन दोनों के बीच जो कुछ भी हुआ, वह बैठक के बाहर हुआ।

BJP| election result| chunav 2024
राम मंदिर उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी (Source- PTI)

प्रदेश अध्यक्ष ने भी ली बैठक

बताना होगा कि बुधवार और गुरुवार को उत्तर प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह और ब्रज क्षेत्र के अध्यक्ष दुर्विजय सिंह शाक्य ने भी फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र के अंदर आने वाली पांचों विधानसभा क्षेत्र की समीक्षा बैठक ली थी। इस बैठक में अवध क्षेत्र के नेता भी उपस्थित थे। इस दौरान पार्टी के कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया गया।

इस दौरान कार्यकर्ताओं ने कहा कि लल्लू सिंह कभी शहर से निकलकर गांवों की ओर गए ही नहीं। कार्यकर्ता उनसे मिलने को भटकते रहे लेकिन वह सिर्फ अपने चहेतों से ही मिले।

pm modi| cm yogi| up bjp
नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ (Source- PTI)

400 सीटों वाला बयान पड़ा भारी

द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, फैजाबाद सीट पर हार के कारणों में- लल्लू सिंह के खिलाफ एंटी इन्कम्बेंसी, उनका यह बयान कि बीजेपी को संविधान बदलने के लिए 400 सीटें चाहिए, स्थानीय प्रशासन के खिलाफ शिकायतें, स्थानीय मुद्दों को नजरअंदाज करना जैसी अहम बातें निकलकर सामने आई हैं।

इंद्रेश कुमार ने बताया था अत्याचारी

आरएसएस के बड़े नेता इंद्रेश कुमार ने चुनाव नतीजे आने के बाद एक कार्यक्रम में लल्लू सिंह पर हमला बोला था और कहा था कि लल्लू सिंह ने जनता पर जुल्म किए थे और राम जी ने कहा कि अब उसे 5 साल के लिए आराम करना चाहिए।

फैजाबाद से पिछले पांच लोकसभा चुनाव में बने सांसद

सालकौन बना सांसदकिस दल को मिली जीत
2004मित्रसेन यादवबहुजन समाज पार्टी
2009निर्मल खत्रीकांग्रेस
2014लल्लू सिंहबीजेपी
2019लल्लू सिंहबीजेपी
2024अवधेश प्रसादसपा

एक सीट पर जीते, उसमें भी अंतर घटा

फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र में पांच विधानसभा सीटें आती हैं। इनके नाम दरियाबाद, रुदौली, मिल्कीपुर, बीकापुर और अयोध्या सदर हैं। इनमें से भाजपा सिर्फ अयोध्या सदर सीट पर आगे रही है और यहां पर भी 2019 के मुकाबले इस बार जीत का अंतर काफी कम रह गया है। 2019 में भाजपा को यहां 25,587 वोट से जीत मिली थी लेकिन इस बार यह अंतर घटकर 4,667 वोटों का रह गया है।

सपा की ओर चले गए दलित मतदाता

द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, बीजेपी के नेता ने दावा किया कि विपक्ष ने यहां से बीजेपी के उम्मीदवार लल्लू सिंह के उस वीडियो को बड़े पैमाने पर वायरल किया जिसमें लल्लू सिंह यह कहते हुए सुनाई दिए थे कि बीजेपी को संविधान को बदलने के लिए 400 सीटों की जरूरत है। भाजपा नेता ने कहा कि यह पूरी तरह पार्टी के खिलाफ गया और बड़ी संख्या में दलित मतदाता सपा की ओर चले गए।

भाजपा नेता ने कहा कि सपा ने यहां से दलित (पासी) समुदाय से आने वाले अवधेश प्रसाद को उम्मीदवार बनाया था। फैजाबाद में दलित समुदाय के 3 लाख से ज्यादा मतदाता हैं। पिछले चुनावों में वे भाजपा के लिए वोट करते रहे थे लेकिन इस बार वे लल्लू सिंह के बयान से नाराज थे और सपा की ओर चले गए।

Hema Malini। Smriti Irani
स्मृति ईरानी और हेमा मालिनी। (Source-FB)

अयोध्या के जिला प्रशासन से थे नाराज

बीजेपी के एक नेता ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि पार्टी के नेताओं ने बैठक में कहा कि यहां के लोग अयोध्या के जिला प्रशासन से और अधिकारियों के खिलाफ सरकार द्वारा कार्रवाई न करने की वजह से नाराज थे। मतदान वाले दिन अयोध्या विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने हवाई अड्डे के पास एयरोसिटी टाउनशिप के विकास के लिए अधिग्रहित की जाने वाली जमीन की माप लेने का काम शुरू कर दिया था। बीजेपी के नेता ने कहा कि लोग जमीन अधिग्रहित किए जाने के खिलाफ थे।

एक अन्य भाजपा नेता ने बैठक लेने आए पार्टी नेताओं को बताया कि अयोध्या के व्यापारियों ने भी बीजेपी का समर्थन नहीं किया क्योंकि वे नगर निगम के द्वारा करों में बढ़ोतरी और गाड़ियों के चालान को लेकर नाराज थे।

Advertisement
Tags :
Advertisement
Jansatta.com पर पढ़े ताज़ा एजुकेशन समाचार (Education News), लेटेस्ट हिंदी समाचार (Hindi News), बॉलीवुड, खेल, क्रिकेट, राजनीति, धर्म और शिक्षा से जुड़ी हर ख़बर। समय पर अपडेट और हिंदी ब्रेकिंग न्यूज़ के लिए जनसत्ता की हिंदी समाचार ऐप डाउनलोड करके अपने समाचार अनुभव को बेहतर बनाएं ।
×
tlbr_img1 Shorts tlbr_img2 खेल tlbr_img3 LIVE TV tlbr_img4 फ़ोटो tlbr_img5 वीडियो