Mid Day Meal में अब सातों दिन मिलेगा दूध, इस राज्य ने लिया फैसला, जारी किए 864 करोड़
राजस्थान सरकार ने बच्चों को कुपोषण से बचाने और उनके शारीरिक विकास पर ज्यादा ध्यान देने के उद्देश्य से उनके भोजन की मात्रा बढ़ाने जा रही है। मंगलवार को राज्य भर में कक्षा 8 तक के स्कूली छात्रों को दोपहर के भोजन में दूध को भी शामिल किए जाने के लिए 864 करोड़ रुपये मंजूर किए गये हैं। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि दैनिक दोपहर भोजन के पोषण को और बढ़ावा देने के लिए अब शेष चार दिनों के दौरान कक्षा 1 से 8 तक के सभी छात्रों के लिए दूध उपलब्ध कराया जाएगा।
अभी सप्ताह में दो बार पाउडर दूध से तैयार मीठा-गर्म दूध दिया जा रहा है
मौजूदा समय में 29 नवंबर 2022 को शुरू की गई 'मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना' के तहत सरकारी स्कूलों में सप्ताह में दो बार (बुधवार एवं शुक्रवार) को पाउडर दूध से तैयार मीठा-गर्म दूध परोसा जा रहा है। 2023-24 के राज्य के बजट में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की घोषित योजना को सरकारी स्कूलों, मदरसों और विशेष प्रशिक्षण केंद्रों में शुरू किया जाएगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि दोपहर भोजन का विकल्प चुनने वाले छात्रों को दूध भी उपलब्ध कराया जाए। बयान के अनुसार गहलोत ने मिड-डे मील में दूध को रोजाना शामिल करने के लिए 864 करोड़ रुपये के बजट प्रावधान को मंजूरी दी है।
बजट में एक और घोषणा के आधार पर सरकार ने कहा कि कोटा, बूंदी और बारां जिलों में नहरों और जल वितरिकाओं को मजबूत किया जाएगा। यह भी कहा गया है कि सिंचाई जल नहरों की लाइनिंग और नहर प्रणाली के ढांचों को मजबूत किया जाएगा। गहलोत ने 406 किलोमीटर लाइनिंग के जीर्णोद्धार कार्य को मंजूरी दी गई है। ऐसे 17 पुनर्विकास कार्यों पर कुल 367.17 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जिनमें से वित्तीय वर्ष 2023-24 में 38.72 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।