IPL Trophy: जानिए आईपीएल चैंपियन बनने के बाद किसके पास रहती है ट्रॉफी, टीम या कप्तान में कौन रखता है? दिलचस्प है इतिहास
कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) 26 मई 2024 की रात तीसरी बार आईपीएल चैंपियन बनी। उसने चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम पर खेले गए फाइनल में सनराइजर्स हैदराबाद को 8 विकेट से हराया। कोलकाता नाइट राइडर्स ने इससे पहले 2012 और 2014 में आईपीएल ट्रॉफी जीती थी। सबसे ज्यादा बार आईपीएल चैंपियन बनने की बात करें तो यह रिकॉर्ड संयुक्त रूप से चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस के नाम है। दोनों टीमें 5-5 बार आईपीएल चैंपियन बन चुकी हैं।
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) भारत का घरेलू, वार्षिक टी20 क्रिकेट टूर्नामेंट है। इसे भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के तत्वावधान में आईपीएल गवर्निंग काउंसिल द्वारा आयोजित किया जाता है। यह सबसे ज्यादा देखा जाने वाला टी20 टूर्नामेंट है। यही नहीं, विश्व स्तर पर दूसरी सबसे अधिक प्राइज मनी देने वाली लीग है।
क्या चैंपियन बनने वाली टीम के मालिक के पास रहती है आईपीएल ट्रॉफी?
ऐसे में क्रिकेट फैंस के जेहन में यह सवाल उठना लाजिमी है कि चैंपियन बनने वाली टीम को जो ट्रॉफी दी जाती है उसकी कीमत कितनी होती है? क्या वह हर साल नई बनाई जाती है या पुरानी ही पास-ऑन की जाती है? क्या खिताब जीतने वाली टीम हमेशा के लिए इसे अपने पास रख सकती है या सिर्फ 1 साल या चैंपियन बनने रहने तक? क्या यह टीम के मालिक के पास रहती है या कप्तान के पास? इस लेख में हम इन्हीं सवालों के जवाब जानेंगे।
IPL Trophy की कीमत को लेकर कोई ऐलान नहीं
आईपीएल ट्रॉफी की कीमत को लेकर BCCI की ओर से अब तक कोई ऐलान नहीं किया गया है। सिर्फ इतना बताया गया है कि ट्रॉफी सोने से बनी है। यदि पूरी ट्रॉफी सोने से बनी है तो उसकी कीमत करोड़ों रुपये में होगी। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और कई विशेषज्ञों ने आईपीएल ट्रॉफी की कीमत 7 से 7.5 करोड़ रुपये के आसपास बताई है। हालांकि, जनसत्ता.कॉम इस लेकर कोई पुष्टि नहीं करता।
जहां तक हर साल नई ट्रॉफी निर्माण की बात है तो अगर आप ध्यान दें तो शुरुआती चैंपियन राजस्थान रॉयल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स द्वारा जीती गई नवीनतम ट्रॉफियां अलग-अलग हैं। दरअसल, 2008 से 2010 तक हर साल ट्रॉफी की आकृति अलग-अलग होती थी, लेकिन बीसीसीआई ने 2011 से इसे बदलने का फैसला किया। उस साल चेन्नई सुपर किंग्स दूसरी बार विजेता बनी थी।
हर बार ट्रॉफी में जुड़ जाता है एक अतिरिक्त स्टिकर
यदि बारीकी से ध्यान दें तो हर फाइनल के बाद चैंपियन के नाम वाला एक धातु का स्टिकर ट्रॉफी में लगा दिया जाता है। विजेताओं को पोडियम पर यह ट्रॉफी दी जाती है, लेकिन फिर ले लिया जाता है और विजेता फ्रेंचाइजी को इसकी प्रतिकृति दे दी जाती है। कहने का मतलब है कि आईपीएल की मूल ट्रॉफी बीसीसीआई के पास है। इसका मतलब है कि शुरुआती ट्रॉफी और नई ट्रॉफी बीसीसीआई के पास है। माना जाता है कि बीसीसीआई तब तक कोई नई ट्रॉफी नहीं बनाएगा जब तक कि उसके पास कोई नई डिजाइन न हो या उसके पास और नाम जोड़ने के लिए कोई जगह न बची हो।
विजेता टीम के कप्तान को सौंपी जाती है आईपीएल ट्रॉफी
आईपीएल में जीत के प्रतीक के रूप में ट्रॉफी आमतौर पर टीम के कप्तान को सौंपी जाती है। टीम का कप्तान आमतौर पर टीम और फ्रेंचाइजी मालिकों की ओर से ट्रॉफी लेता है। मैच के बाद प्रस्तुति समारोह में टीम के कप्तान और खिलाड़ी अक्सर ट्रॉफी के साथ जश्न मनाते हैं। ट्रॉफी केवल टीम के मालिक या कप्तान की होने के बजाय टीम की सामूहिक उपलब्धि का प्रतीक होती है। ट्रॉफी कप्तान के पास नहीं रहती। ट्रॉफी फ्रेंचाइजी (टीम के मुख्यालय पर) के पास रहती है।