अमेरिका के सीक्रेट्स उजागर कर बटोरी थी सुर्खियां, अब पांच साल बाद रिहा हुए जूलियन असांजे, जानिए क्यों दुनिया में गूंजा था नाम
विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे ब्रिटेन की जेल से रिहा कर दिए गए हैं। वह बेलमार्श की एक कड़ी सुरक्षा वाली जेल में बंद थे। विकीलीक्स के सोशल मीडिया हैंडल से यह जानकारी साझा की गई है और असांजे के लिए दुनियाभर में आवाज़ उठाने वाले लोगों का आभार जताया गया है।
अमेरिका से टकराव के लिए सुर्खियों में आए असांजे के लिए दुनियाभर से समर्थन की आवाज़ सुनाई दी थी। सोशल मीडिया पोस्ट में विकीलीक्स की ओर से लिखा गया है,"जूलियन असांजे रिहा हो गए हैं। 1901 दिन जेल में बिताने के बाद 24 जून की सुबह वे बेलमार्श मैक्सिमम सिक्योरिटी जेल से बाहर आ गए। लंदन के हाई कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी है और दोपहर में स्टैनस्टेड एयरपोर्ट पर रिहा कर दिया गया है।"
कैसे मिली रिहाई?
अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेन्ट के साथ हुए एक समझौते के तहत उन्हें रिहा किया गया है। इस समझौते के मुताबिक असांजे अमेरिका के सीक्रेट डेटा चुराने के आरोप में दोषी होने की दलील पर सहमति देंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वह यह बात स्वीकार करेंगे कि उन्होंने जासूसी अधिनियम के तहत राष्ट्रीय रक्षा सूचना का उल्लंघन किया है।
उनकी रिहाई पर विकीलीक्स की ओर से लिखा गया कि यह दुनियाभर में चले अभियान का नतीजा है। जिसमें जमीनी स्तर प्रेस स्वतंत्रता के लिए लड़ने वाले, राजनीतिक और सामाजिक लोगों की कोशिश शामिल थी।
क्यों जेल में थे असांजे, आगे क्या होगा?
जूलियन असांजे को पांच साल तक ब्रिटेन में हिरासत में रखा गया। वह अमेरिका द्वारा सैन्य रहस्यों का खुलासा करने के लिए मुकदमा चलाने की मांग के बाद गिरफ्तार किए गए थे।
अब जब वह अमेरिकी न्याय विभाग के साथ हुए समझौते के तहत एक बार फिर दोषी ठहराए जाएंगे तो उन्हें पांच साल की सजा मिल सकती है, जिसे वह पहले ही ब्रिटेन की जेल में बिता चुके हैं।
क्यों दुनियाभर से उठी समर्थन की गूंज?
जूलियन असांजे को विकीलीक्स के फाउंडर के तौर पर पहचाना जाता है, जिसे इस तरह के सीक्रेट्स उजागर करने के लिए जाना और माना जाता है। वह ऑस्ट्रेलिया के रहने वाले हैं। इसके अलावा दुनिया में उनका नाम अमेरिका के साथ टकराव के बाद गूंजा।
जब उनके ऊपर अमेरिकी सेना की खुफिया फाइलें चुराने में शामिल पाए जाने का आरोप लगाया गया। यह दस्तावेज़ विकीलीक्स ने 2010 में प्रकाशित किए थे। जब उन्हें गिरफ्तार किया गया तो दुनियभार में उनकी गिरफ्तारी के खिलाफ आंदोलन हुआ कि वह अमेरिका के गलत कामों को उजागर कर रहे थे। उन्हें हीरो के तौर पर पेश किया गया कि अमेरिका के इराक और अफ़गानिस्तान में सेना के गलत इस्तेमाल को उजागर कर रहे थे।
विकीलीक्स द्वारा प्रकाशित फ़ाइलों में बगदाद में अमेरिकी सेना द्वारा 2007 में अपाचे हेलीकॉप्टर हमले का एक वीडियो था, जिसमें दो रॉयटर्स पत्रकारों सहित 11 लोग मारे गए थे। ऐसा माना जाता है कि इसके बाद अमेरिका ने उनके ऊपर नकेल कसी और उन्हें गिरफ्तार किया गया।