…तो ईरान का मिट जाता नामो निशान, बाइडेन के एक फोन के बाद नेतन्याहू ने बदला प्लान
Iran Israel War: इजरायल और ईरान के बीच हालात बिगड़ते जा रहे हैं। दोनों ही देश लगातार एक दूसरे पर हमले कर रहे हैं। ईरान ने 13 अप्रैल को इजरायल पर मिलाइल और ड्रोन से हमले किए थे। इसके बाद इजरायल ने ईरान के खात्मे का पूरा प्लान तैयार कर लिया था। इजरायल ने ईरान के न्यूक्लियर प्लांट तो तबाह करने के लिए मिसाइल अटैक किया। रिपोर्ट में इसकी पुष्टि भी हो गई। हालांकि अब सामने आया है कि इजरायल बड़े हमले की तैयारी में था। वह ईरान को पूरी तरह खत्म करना चाहता था। इसके लिए तैयारी भी करीब-करीब पूरी हो चुकी थी। ताजा रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि इजरायल ने ईरान पर हमले की तैयारी पूरी कर ली थी लेकिन बाइडेन का उनके पास फोन आया और उन्हें हमले ना करने के लिए मना लिया गया।
अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में इजरायली अधिकारियों का हवाला देते हुए बताया गया कि इजरायल ने ईरान के हमलों का जवाब देने के लिए तैयारी पूरी कर ली थी। इजरायल के निशाने पर ईरान के कई सैन्य ठिकाने थे। रिपोर्ट में कहा गया कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बातचीत की थी। बातचीत में उन्हें ईरान पर हमला ना करने के लिए मना लिया गया। नेतन्याहू ने जब जो बाइडेन को अपने प्लान की जानकारी दी तो बाइडेन समझ गए थे कि ईरान इतने बड़े हमले से कई सालों पर नहीं उबर पाएगा। जो बाइडेन के समझाने के बाद इजरायल ने हमले का प्लान और जगह बदल दी।
क्या अमेरिका ने डाला इजरायल पर दबाव?
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका ने इजरायल को एक और महायुद्ध के संकट से रोकने के लिए मना लिया। इसके बाद इजरायल ने ईरान पर बड़े हमले का विचार खत्म कर दिया। एक रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि इजरायल की एक मिसाइल ने ईरान के एस -300 एयर डिफेंस सिस्टम पर हमला कर उसे क्षतिग्रस्त किया था। जिस जगह पर इजरायल ने हमला किया वहां ईरान का न्यूक्लियर प्लांट था बीबीसी की एक रिपोर्ट में भी सैटेलाइट तस्वीरों के साथ इजरायल के हमले की पुष्टि की गई है।