Israel US Conflict: नेतन्याहू और बाइडन के बीच रिश्तों में क्यों आई खटास? अमेरिका ने दे दी हथियार सप्लाई रोकने की धमकी
Joe Biden vs Benjamin Netanyahu: इजरायल और अमेरिका नाटो के दो अहम सदस्य देश और मित्र राष्ट्रों के बीच टकराव की स्थिति है। एक तरफ जहां नेतन्याहू ने अकेले खड़ा होने का ऐलान किया था जबकि तनाव के बीच जो बाइडन ने यह तक कह दिया कि दिलचस्प बात यह है कि हमास के साथ युद्ध में पूरी तरह आंख बंद करके इजरायल का समर्थन कर रहा अमेरिका उसके विरोध में आ गया है। इसकी वजह पर नजर डालें तो वह इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की एक कसम से संबंधित है।
दरअसल, नेतन्याहू ने गाजा के दक्षिणी शहर रफाह को खत्म करने की कसम खाई थी, लेकिन अमेरिका और राष्ट्रपति बाइडन इसके खिलाफ हैं। इसके चलते वह नेतन्याहू से नाराज हो गए हैं। इसके चलते जो बाइडन ने धमकी भी दी है कि इजरायल अगर रफाह पर हमले करता है तो वे युद्ध के लिए इजरायल को हथियारों की स्पालई बंद कर देंगे।
बातचीत हुई लेकिन नहीं बनी सहमति
दोनों नेताओं के बीच रिश्तों में खटास और तनातनी का ये दौर तीन महीने तक फोन पर बातचीत हुई थी। सुरक्षा सलाहकारों की दर्जनों वर्चुअल और फिजिकल मीटिंग्स के बाद आया है। CNN की रिपोर्ट में बताया है कि गाजा में युद्ध विराम से लेकर रफाह शहर में इजरायली हमलों को रोकने तक के मुद्दों पर दोनों नेताओं के बीच मध्य फरवरी से लेकर हाल के दिनों तक राष्ट्रपति जो बाइडेन और नेतन्याहू बात करते रहे हैं।
दोनों नेताओं की बातचीत के बावजूद इजरायल ने अमेरिका की उस सलाह को मनाने से इनकार कर दिया है। इसके चलते ही व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने गुरुवार को कहा कि इससे पहले तक यहीं समझा जा रहा था कि इजरायल की सरकार ने अमेरिकी सलाह को अच्छी तरह से समझ लिया है लेकिन अब स्पष्ट है कि वह अपने इरादों पर कायम है। इसीलिए अमेरिका इजरायल को हथियारों की सप्लाई रोकने जा रहा है।
हम अकेले ही लड़ेगे युद्ध
वहीं इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने गुरुवार को कहा- इजरायल के पीएम के नाते मैं आज जेरूशलम से यह शपथ लेता हूं कि अगर इजरायल पर दबाव डाला गया तब वह अकेला खड़ा रहेगा। हालांकि, हम जानते हैं कि हम अकेले नहीं है क्योंकि दुनियाभर के अनगिनत शालीन लोग हमें समर्थन देते हैं। मैं आपसे कहता हूं कि हम नरसंहार करने वाले दुश्मनों को हराएंगे।
रफाह पर हमले के लिए हैं पर्याप्त हथियार
अमेरिका के बयान पर इजरायली सुरक्षा बल (आईडीएफ) के प्रवक्ता डैनियल हगारी से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सवाल किया गया कि क्या सेना अमेरिकी हथियारों के बिना अभियान चला सकती है। इस पर हगारी ने कहा कि सेना के पास उन अभियानों के लिए सभी हथियार हैं, जिनकी वह योजना बना रहा है। रफाह में अभियान के लिए भी हमारे पास वह सभी हथियार हैं, जो हमें चाहिए।