इजरायल की 42000 महिलाओं ने मांगा गन परमिट, आखिर क्यों पड़ रही बंदूक की जरूरत?
इजरायल और हमास के बीच में पिछले कई महीनों से युद्ध जारी है। जो जंग पिछले साल अक्टूबर में शुरू हुई थी, वो अभी भी जारी है और विस्फोटक रूप ले चुक है। इस बीच इजरायल की महिलाओं में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है। यह बदलाव हथियारों को लेकर उनकी बढ़ी रुचि के रूप में सामने आया है। हैरानी की बात है कि इजरायल में इस समय 42 हजार महिलाओं ने गन परमिट की मांग कर दी है।
महिलाएं क्यों खरीद रहीं बंदूक?
इजरायल के सिक्योरिटी मंत्रालय के मुताबिक हमास हमले के बाद से ही महिलाएं ज्यादा से ज्यादा हथियार खरीदने पर जोर दे रही हैं। आंकड़ा बताता है कि 42 हजार महिलाओं ने गन परमिट मांगा है, वहां भी 18000 आवेदन को तो स्वीकार कर लिया गया है। माना जा रहा है कि इजरायल में जब से राइट विंग वाली नेतन्याहू की सरकार आई है, गन को लेकर नियम कुछ लचीले कर दिए गए हैं और उस वजह से ही अब महिलाएं भी आगे बढ़कर बंदूकें खरीदने का काम कर रही हैं।
वर्तमान में 15 हजार से ज्यादा महिलाओं के पास बंदूक है, वहां भी 10 हजार महिलाएं तो ट्रेनिंग भी ले रही हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि अपनी सुरक्षा के लिए इजरायल की महिलाएं अब ज्यादा चिंतित हैं। हमाल के हमले के बाद से अपनी परिवार की रक्षा करना इन महिलाओं की पहली प्राथमिकता बन चुका है। इसी वजह से बंदूक को सुरक्षा का सहारा बनाया जा रहा है। यह अलग बात है कि हर कोई इस गन कल्चर को ज्यादा पसंद नहीं कर रहा है, समाज में एक अलग बहस भी छिड़ती दिख रही है।
युद्ध की शुरुआत कैसे हुई?
इस युद्ध की बात करें तो सात अक्टूबर को सबसे पहले हमास ने इजरायल के आम नागरिकों को मौत के घाट उतार दिया था। कई लोगों का तो अपरहण भी किया गया था, इसमें सेना के जवान भी शामिल रहे। उस हमले के बाद ही इजरायल ने बदले की कसम खाई और देखते ही देखते एक भीषण युद्ध की शुरुआत हो गई। अभी इस युद्ध दोनों तरफ से काफी नुकसान हो चुका है, हजारों लोगों की मौत हुई है और स्थिति हर बीतते दिन के साथ और ज्यादा बिगड़ रही है।
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