Iran Israel War: ईरान का हमला... इजरायल का पलटवार, एक झटके में पलट सकती है पश्चिम एशिया की पॉलिटिक्स
Iran Israel War: इजरायल और ईरान के बीच टकराव की स्थिति है। दोनों देशों के बीच मिसाइलों से हमले हो रहे हैं और नतीजा ये कि पूरे मिडिल ईस्ट में तनाव की स्थिति है। इजरायल और ईरान के एक दूसरे के प्रत्यङक्ष सैन्य हमलों ने पश्चिम एशिया को एक खतरनाक नए युद्ध की ओर पुश कर दिया है। इसके चलते यह सवाल उठ रहा है कि आखिर यह तनाव कब खत्म होगा या फिर दुनिया तीसरे विश्व युद्ध की कगार पर पहुंच जाएगी।
बता दें कि पहले ईरान नेइजरायल पर हमला किया था और फिर इजरायल के शुक्रवार को ईरान के इस्फहान पर मिसाइलों से बड़ा हमला कर दिया। इसके बाद अब यह देखना होगा कि ईरान इस मुद्दे पर अगला कदम क्या उठाता है।
खास बात यह है कि ईरान के हमले में भले ही इजरायल को कोई खास नुकसान नहीं हुआ हो लेकिन उसने ईरान के सैन्य ठिकाने को जिस आक्रामकता के साथ निशाने पर लिया है, उससे दोनों देशों के बीच टकराव की स्थिति बन गई है।
जो बाइडेन को सलाह इग्नोर कर रहा है इजरायल
जानकारी के मुताबिक इजरायल द्वारा ईरान पर हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि बड़े पैमाने पर रक्षात्मक अभियान ने साबित कर दिया कि ईरान इजरायल की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा नहीं कर सकता और आगे जवाबी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं है। गौरतलब है कि गाजा से युद्ध के दौरान इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बाइडेन की सारी सलाहों को नजरंदाज कर उस पर हमला जारी रखा था। भले ही अमेरिका ईरान के खिलाफ इजरायली हमलों में उसका समर्थन कर रहा हो लेकिन इजरायल फिर भी आक्रामक ही है।
ईरान और इजरायल के बीच अस्तित्व की लड़ाई
इजरायल की हालिया स्थिति की बात करें तो वह तीन मोर्चों पर टकरावों का सामना कर रहा है। एक तरफ जहां इजरायल हमास के साथ युद्ध में उलझा है, तो दूसरी ओर उसे लेबनान सीमा पर हिजबुल्ला आतंकियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं अब वह ईरान से भी टकराव ले चुका है। इजरायल और ईरान के बीच अस्तित्व की यह लड़ाई लंबे वक्त से हैं। इतिहास पर नजर डालें तो जब इजरायली नेताओं को लगता है कि उनके देश के अस्तित्व को खतरा है, तो वे एकतरफा कार्रवाई करते हैं, भले ही अमेरिका संयम बरतने की सलाह देता हो।
इजरायल को मिल रही है रणनीतिक बढ़त
इस मुद्दे पर ऑस्ट्रेलियाई रणनीतिक नीति संस्थान के वरिष्ठ विश्लेषक मैल्कम डेविस ने मीडिया संस्थान को CNN को जानकारी दी है कि हालिया कार्रवाइयों ने दीर्घकालिक वृद्धि चक्र के लिए मंच तैयार किया है जो क्षेत्र में अस्थिरता से उत्पन्न होता है। ईरान की हवाई सुरक्षा से बच निकलने की स्पष्ट इजरायली क्षमता भी इजरायल की रणनीतिक बढ़त को फिर से स्थापित कर सकती है।
उन्होंने कहा कि यह डेवेलपमेंट तेहरान को एक संदेश भी है कि वास्तव में वे इजरायली हमलों के प्रति अधिक संवेदनशील हैं।