होमताजा खबरराष्ट्रीयमनोरंजन
राज्य | उत्तर प्रदेशउत्तराखंडझारखंडछत्तीसगढ़मध्य प्रदेशमहाराष्ट्रपंजाबनई दिल्लीराजस्थानबिहारहिमाचल प्रदेशहरियाणामणिपुरपश्चिम बंगालत्रिपुरातेलंगानाजम्मू-कश्मीरगुजरातकर्नाटकओडिशाआंध्र प्रदेशतमिलनाडु
वेब स्टोरीवीडियोआस्थालाइफस्टाइलहेल्थटेक्नोलॉजीएजुकेशनपॉडकास्टई-पेपर

तेहरान में बंधक पांच भारतीय नाविकों की ईरान से हुई सुरक्षित घर वापसी, ऐसे हुई रिहाई

इजराइल से जुड़े मालवाहक जहाज को 13 अप्रैल को ईरान ने जब्त कर लिया था, जिसमें 17 भारतीय नागरिक सवार थे।
Written by: न्यूज डेस्क | Edited By: संजय दुबे
नई दिल्ली | Updated: May 10, 2024 09:57 IST
जहाज - एमएससी एरीज़ - को ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने 13 अप्रैल को होर्मुज जलडमरूमध्य के पास जब्त कर लिया था। (फाइल फोटो)
Advertisement

एक बड़ी कूटनीतिक सफलता के तहत तेहरान में बंधक बनाए गये इजरायल से जुड़े जहाज पर सवार पांच भारतीय नाविकों को गुरुवार को रिहा करा लिया गया। वे लोग ईरान से चले भी गए हैं। इस बात की जानकारी ईरान में स्थित भारतीय दूतावास ने दी। रिहाई के बारे में बताते हुए ईरान में भारतीय दूतावास ने बंदर अब्बास में दूतावास और भारतीय वाणिज्य दूतावास के साथ घनिष्ठ समन्वय के लिए ईरानी अधिकारियों को धन्यवाद भी दिया।

विदेश मंत्रालय ने ईरानी अधिकारियों के सहयोग को सराहा

विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने एक्स पर पोस्ट किया, "एमएससी एरीज पर सवार पांच भारतीय नाविकों को आज शाम रिहा कर दिया गया और वे ईरान से अपने घर चले गए। हम बंदर अब्बास में दूतावास और भारतीय वाणिज्य दूतावास के साथ घनिष्ठ समन्वय के लिए ईरानी अधिकारियों की सराहना करते हैं।" इजराइल से जुड़े मालवाहक जहाज को 13 अप्रैल को ईरान ने जब्त कर लिया था, जिसमें 17 भारतीय नागरिक सवार थे।

Advertisement

जहाज पर कब्जा इजराइल और ईरान के बीच तनाव के बीच हुआ

जहाज पर कब्जा इजराइल और ईरान के बीच तनाव के बीच हुआ। यह 1 अप्रैल को दमिश्क में ईरानी दूतावास पर इजराइली हवाई हमले के बाद बढ़ गया था, जिसमें इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के वरिष्ठ अधिकारियों सहित 16 लोग मारे गए थे। यह जहाज लंदन स्थित जोडियाक मैरीटाइम से जुड़ा है। जोडियाक मैरीटाइम इजरायली अरबपति इयाल ओफर के जोडियाक समूह का हिस्सा है। जिनेवा स्थित एमएससी ने बाद में जब्त करने की बात स्वीकार की और कहा कि जहाज पर चालक दल के कुल 25 सदस्य सवार थे।

इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने ईरानी समकक्ष एच अमीर अब्दुल्लाहियन को फोन किया था और सभी 17 भारतीय चालक दल के सदस्यों की रिहाई की मांग की थी। जयशंकर ने ट्वीट किया था, “क्षेत्र की मौजूदा स्थिति पर चर्चा की। तनाव बढ़ने से बचने, संयम बरतने और कूटनीति की ओर लौटने के महत्व पर जोर दिया। संपर्क में बने रहने पर सहमति व्यक्त की।”

अप्रैल में भारतीय दूतावास के हस्तक्षेप के बाद जहाज पर सवार एक भारतीय नाविक को अपने भाई से बात करने की अनुमति दी गई थी। नाविकों में से एक के भाई माइकल ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया था, “उन्होंने कल (सोमवार) शाम लगभग 30 मिनट तक बात की। जहाज की सुरक्षा कर रहे ईरानी अधिकारियों से कथित तौर पर भारतीय अधिकारियों के मिलने के बाद ऐसा प्रतीत होता है कि उन्होंने क्रू को हर दिन एक घंटे के लिए फोन और लैपटॉप का उपयोग करने की अनुमति देने का अनुरोध किया है। वे हिरासत में थे और उन्हें किसी भी संचार उपकरण का उपयोग करने की अनुमति नहीं थी।"

गाजा पट्टी में हमास पर इजरायल के युद्ध ने पूरे क्षेत्र में दशकों पुराने तनाव को बढ़ा दिया है। लेबनान में हिजबुल्लाह और यमन के हौथी विद्रोहियों जैसी ईरानी समर्थित सेनाएं भी लड़ाई में शामिल हैं, पश्चिम एशिया में किसी भी नए हमले से उस संघर्ष के व्यापक क्षेत्रीय युद्ध में बढ़ने का खतरा है।

Advertisement
Tags :
IranIsraelS Jaishankar
विजुअल स्टोरीज
Advertisement
Jansatta.com पर पढ़े ताज़ा एजुकेशन समाचार (Education News), लेटेस्ट हिंदी समाचार (Hindi News), बॉलीवुड, खेल, क्रिकेट, राजनीति, धर्म और शिक्षा से जुड़ी हर ख़बर। समय पर अपडेट और हिंदी ब्रेकिंग न्यूज़ के लिए जनसत्ता की हिंदी समाचार ऐप डाउनलोड करके अपने समाचार अनुभव को बेहतर बनाएं ।
Advertisement