भारत से सऊदी अरब तक हीटवेव का कहर, मक्का में 550 से अधिक हज यात्रियों की मौत; 68 भारतीय भी शामिल
सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि सऊदी में भी भीषण गर्मी पड़ रही है। मक्का में भीषण गर्मी के कारण 550 से अधिक हज यात्रियों की मौत हो गई है। इसमें 68 भारतीय नागरिक भी शामिल हैं। वहीं समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार दो अरब के राजनयिकों ने बताया कि गर्मी के कारण मरने वालों में 323 मिस्र के नागरिकों की मौत हुई है।
सऊदी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सोमवार को मक्का की ग्रैंड मस्जिद में छाया में तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया। सऊदी स्वास्थ्य अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया कि मौत की रिपोर्ट जारी होने से पहले अधिकारियों ने हाई टेम्परेचर के बीच हज यात्रियों के बीच कोई असामान्य मौत नहीं देखी थी।
वहीं एपी की रिपोर्ट में कहा गया है कि सऊदी ने आधिकारिक तौर पर मौतों की संख्या जारी नहीं की है, लेकिन कई देशों ने कहा है कि उनके कुछ हज यात्रियों की मौत जॉर्डन और ट्यूनीशिया सहित मक्का के पवित्र स्थलों में गर्मी के कारण हुई है। मक्का में चिकित्सा परिसर में सुरक्षा कड़ी दिखी। एक अधिकारी ने मृतकों के नाम और उनकी राष्ट्रीयता पढ़ी, जिसमें अल्जीरिया, मिस्र और भारत के लोग शामिल थे। जिन लोगों ने कहा कि वे मृतकों के परिजन हैं, उन्हें ही चिकित्सा परिसर के अंदर जाने की अनुमति थी। एपी की रिपोर्ट में कहा गया है कि वहां मौजूद लोगों ने शैतान को प्रतीकात्मक रूप से पत्थर मारने के दौरान कुछ लोगों को बेहोश होते देखा।
जर्नल ऑफ इंफेक्शन एंड पब्लिक हेल्थ के अप्रैल महीने में एक लेख में कहा गया है कि कम आय वाले देशों से हजारों तीर्थयात्री हर साल मक्का आते हैं। इनमे से कई को हज से पहले स्वास्थ्य देखभाल नहीं मिली है। अखबार में कहा गया है कि इकट्ठा हुए तीर्थयात्रियों में कम्युनिकेबल रोग फैल सकते हैं। ये मुख्य रूप से बुजुर्ग लोगों से फैलते हैं, जो पहले से ही स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं और तीर्थयात्रा के लिए आते हैं।
एपी ने सऊदी हज अधिकारियों के हवाले से बताया कि इस साल 18 लाख से अधिक मुसलमानों ने हज किया, जिसमें 22 देशों के 16 लाख से अधिक यात्री और लगभग 222,000 सऊदी नागरिक और निवासी शामिल थे।