62 विमानों और 27 नौसेना जहाजों के साथ चीन ने ताइवान को घेरा, आपसी तनातनी के बीच घुसपैठ की कोशिश
चीन और ताइवान के बीच लंबे समय से आपसी तनातनी चल रही है। इसी बीच शुक्रवार और शनिवार ये जानकारी मिली है कि चीन की सेना ने ताइवान में घुसपैठ की कोशिश की है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को इस मामले में बयान जारी करते हुए कहा कि चीन की नौसेना के 27 जहाज और 62 युद्धक विमान ताइवान सीमा के करीब आ गए थे।
ताइवान के जलडमरुमध्य की मध्य रेखा को पार करके चीनी विमान और चीन ताइवान की सीमा के करीब देखे गए। ताइवान के रक्षा मंत्रालय के अनुसार चीन के 47 विमान ताइवान जलडमरूमध्य की मध्य रेखा को पार कर ताइवान दक्षिण-पश्चिम और दक्षिण-पूर्व इलाके में घुसे थे।
इस मामले को लेकर ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने ये दावा किया है कि ताइवान जलडमरूमध्य की मध्य सीमा चीन-ताइवान के बीच एक जल संधि की अनौपचारिक सीमा है। इसी सीमा को पार करने को लेकर ताइवान ने चीन पर घुसपैठ करने की कोशिश की बात आरोप लगाया है।
ताइवान में 40 बार सैन्य विमान से हुई है घुसपैठ की कोशिश
इसके पहले भी चीन ताइवान की जलडमरूमध्य की मध्य सीमा को पार कर ताइवान की सीमा में प्रवेश किया है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय की मानें तो 40 बार चीन सैन्य विमानों और 27 बार नौसैनिक जहाजों ने घुसपैस की कोशिश की है।
वहीं इस मामले पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि ताइवान जलडमरूमध्य और आसपास के इलाकों में चीन ने दो दिवसीय सैन्य अभ्यास शुरू किया है। चीन ये सैन्य अभ्यास ताइवान की निगरानी के लिए शुरू किया है। वहीं विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ताइवान जलडमरूमध्य और उसके आसपास के इलाकों में चीन और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैन्य अभ्यास को लेकर चिंता जाहिर की।
चीन नहीं मानता ताइवान को अलग देश
मामला यहां से शुरू होता है कि चीन ताइवान को अपना अभिन्न भाग मानता है। जबकि ताइवान अपने को चीन का हिस्सा नहीं बल्कि खुद को संप्रभु राष्ट्र मानता है। लेकिन दुनिया भर में चीन की धाक को देखते हुए केवल 10 देशों ने ही ताइवान को देश के रूप में मान्यता दी है।